Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जल्द ही सामने आने वाली है. मगर, पहली लिस्ट में घोषित किए गए प्रत्याशियों को लेकर कई विधानसभा सीटों पर विरोध होने लगा है. भाजपा कार्यकर्ता अपने-अपने पसंदीदा नेता को लेकर विरोध कर रहे हैं. मांग है कि उनके नेता को पार्टी टिकट दे. ऐसे में बीजेपी के सामने नई परेशानी खड़ी हो गई है.
दरअसल, राजस्थान की फतेहपुर शेखावाटी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जिसे अपना प्रत्याशी बनाया है उसका विरोध हो रहा है. श्रवण चौधरी को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है. मगर, श्रवण के नाम पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और दूसरे नेताओं की रजामंदी नहीं हो रही है.
श्रवण चौधरी ने 10 दिन पहले की है बीजेपी ज्वाइन
श्रवण चौधरी ने करीब 10 दिन पहले ही बीजेपी पार्टी की सदस्यता ली और पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. बीजेपी ने पार्टी के पुराने कार्यकर्ता को दरनीकार करके श्रवण को टिकट दिया है. बताया गया है कि जाट बाहुल्य विधानभा क्षेत्र में बीजेपी के 13 नेता टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला. अब बीजेपी कार्यकर्ता श्रवण चौधरी के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं.
पार्टी के पुराने नेता कर रहे श्रवण चौधरी का विरोध
वहीं, श्रवण चौधरी के विरोध में फतेहपुर में पूर्व विधायक के पुत्र पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मधुसूदन भिंडा भी उतरे हैं. भिंडा का जनसंवाद कार्यक्रम बुधवार को पुराने जैन मंदिर के पास जैन धर्मशाला में शुरू हुआ. इस कार्यक्रम को ''आपका फैसला, मेरा हौसला'' नाम दिया गया. भिंडा के साथ हजारों कार्यकर्ता, फतेहपुर रामगढ़ के पार्टी पदाधिकारी, गांवों के सरपंच, पंचायत समिति सदस्य और दो दर्जन से अधिक पार्षद भी पार्टी के विरोध में उतर आए हैं.
अपने संबोधन में मंच से भिंडा ने कहा कि ''हमने पार्टी के लिए कितना काम किया, लेकिन भाजपा के नेताओं ने हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को जोड़ा, कार्यकर्ताओं को ले जाकर मीटिंग की, सभा करवाईं. नेताओं की जेब भरने के लिए मेरे पास पैसे नहीं हैं. सन् 1980 से लेकर मेरे पिता ने पार्टी की सेवा की. बाद में हम आज तक दासित्व निभा रहे हैं. बाहर के लुटेरे यहां आ गए हैं.''
फूट-फूट कर रोए भिंडा
साल 2013 में भाजपा से प्रत्याशी रहे मधुसूदन भिंडा ने कहा ''पार्टी टिकट बदलकर किसी जाट समाज के व्यक्ति को दे देगी तो मेरा समर्थन उसको मिलेगा. क्योंकि यह क्षेत्र जाट बाहुल्य है. किसी जाट समाज, किसान वर्ग के कार्यकर्ता को टिकट मिलेगा तो मैं साथ रहूंगा. पिछली बार पार्टी की महिला प्रत्याशी महज 832 वोटों से हार गई थी. भिंडा ने कहा है कि यदि पार्टी ने दो दिन में प्रत्याशी नहीं बदला तो मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में उतरूंगा. आगामी रणनीति तय करने के लिए ही विधानसभा क्षेत्र समर्थकों से चर्चा करेंगे. इस दौरान भिंडा मच पर फूट-फूट कर रोते नजर आए.
देखें वीडियो...
भिंडा को पार्टी के बड़े नेताओं का समर्थन
भिंडा के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. उन लोगों ने श्रवण चौधरी के कार्यक्रमों से दूरी बना रखी है,जिस कारण चौधरी का चुनावी प्रचार लय नहीं पकड़ पाया है. अब भिंडा का विरोध बीजेपी के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है. राजनैतिक विश्लेषक ही नहीं बल्कि भाजपा के अलावा एमएलए हाकम अली खां और जेजीपी उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया भी भिंडा के आगामी कदम पर नजर लगाये हुए हैं.
राकेश गुर्जर