यौन शोषण में फंसे अग्नि तपस्या, जल तपस्या करने वाले महंत का होगा पोटेंसी टेस्ट, जानिए कहां-कहां है आश्रम

आश्रम में नाबालिग से यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार महंत सरजू दास का पुलिस अब पोटेंसी टेस्ट कराएगी. अधिकारी ने बताया कि पुलिस जांच में आरोप साबित होने के बाद सरजू दास को गिरफ्तार किया गया है. महंत आश्रम में कुकृत्य करता था.

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महंत को पोटेंसी टेस्ट कराएगी पुलिस महंत को पोटेंसी टेस्ट कराएगी पुलिस

aajtak.in

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  • 29 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:16 PM IST

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एसिड अटैक और यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार महंत सरजू दास का विवादों से पुराना नाता रहा है. महंत सरजू दास डांग के हनुमान घोड़ास समेत अयोध्या और महाराष्ट्र में पांच आश्रमों का मालिक है. पुलिस के मुताबिक महंत आश्रम में कुकृत्य करता था जिसके पर्याप्त सबूत भी मिले हैं.

बता दें कि महंत सरजू दास के खिलाफ 6 दिसंबर को एक महिला ने एसिड हमले का मामला दर्ज कराया था. बाद में उसी की नाबालिग लड़की ने दुष्कर्म और यौन शोषण का आरोप लगाया था. एसिड अटैक में तो पुलिस को साक्ष्य नहीं मिले लेकिन यौन शोषण और पोक्सो एक्ट के मामले में पुलिस ने कई सबूत इकट्ठा किए हैं. 

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महंत का होगा पोटेंसी टेस्ट

इसको लेकर भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधु ने बताया कि पुलिस जांच में आरोप साबित होने के बाद सरजू दास को गिरफ्तार किया गया है. महंत आश्रम में कुकृत्य करता था, उसके खिलाफ मांडल थाने में 7 दिन पहले पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में आश्रम  के कुछ बच्चों के बयान भी लिए गए है और अब सरजू दास का पोटेंसी टेस्ट (पौरुष परीक्षण) भी कराया जाएगा.

घोड़ास गांव के अलावा सरजू दास  5 अन्य आश्रमों का भी मुखिया है जिनमें महाराष्ट्र के जलगांव ,बद्रीनाथ और अयोध्या के आश्रम शामिल हैं. ऐसे में पुलिस महानिदेशक और मुख्यमंत्री कार्यालय से भी महंत की गिरफ्तारी के लिए स्वीकृति ली गई थी. इन 5 आश्रमों के अतिरिक्त  महंत के नाम घोड़ास गांव में कृषि भूमि, करेड़ा बस स्टैंड के पास चंपा बाग भी हैं. 

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विवादों से पुराना नाता

आश्रम के पास कुछ दुकानों को ढहाने के मामले में भी महंत विवादों में आ गए थे. उसी वक्त से गांव वाले महंत के समर्थन और विरोध में बंट गए. महंत सरजू दास के खिलाफ 6 दिसंबर को एसिड अटैक का मामला दर्ज होने के बाद  8 दिसंबर को उनके कुछ समर्थकों ने भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कलेक्टर और एसपी को  महंत के समर्थन में ज्ञापन भी दिया था.

बता दें कि महंत के अनुयायी यह भी दावा करते हैं कि वो  4 महीने जल तपस्या और 4 महीने अग्नि तपस्या भी करते हैं. जल तपस्या में इन पर सर्दी के मौसम में भक्त 40 से 50 मिनट तक 108 घड़ों से ठंडा पानी डालते हैं और अग्नि तपस्या में गर्मी के दिनों में कंडों की आग का गोला बनाकर उसके बीच बैठकर सर पर जलती आग रखकर तपस्या करते हैं. (इनपुट - प्रमोद तिवारी)


           

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