अलवर पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी गैंग का खुलासा करते हुए तीन इंजीनियर युवकों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर देशभर में 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं. आरोपियों ने 30 से अधिक वेबसाइट बना रखी थीं, जिनसे क्रिकेट, आईपीएल, कसीनो और मटका जैसे खेलों पर सट्टा लगाया जाता था.
पुलिस के अनुसार, गैंग के पास से 60 हजार से ज्यादा सक्रिय सट्टा आईडी मिली हैं. सबसे ज्यादा आईडी उत्तर प्रदेश में पाई गई हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नितिन पालीवाल, महेश शर्मा और पीयूष शर्मा शामिल हैं. तीनों ने नामी कॉलेजों से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.
ऑनलाइन सट्टेबाजी गैंग का खुलासा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि मास्टरमाइंड नितिन पालीवाल ने कोरोना काल में बेरोजगारी के दौरान सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म शुरू किया. इसके बाद महेश और पीयूष भी उससे जुड़ गए. महेश और पीयूष वेबसाइट संचालन, लेनदेन और नेटवर्क विस्तार का काम संभालते थे.
पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, एक हार्ड ड्राइव, 15 एटीएम कार्ड और एक एसयूवी कार जब्त की है. आरोपियों ने सट्टेबाजी से कमाए पैसों से डग आउट स्पोर्ट्स क्लब खोला और एक बड़ा प्लॉट भी खरीदा.
तीन इंजीनियर युवक गिरफ्तार
इनका नेटवर्क राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों और विदेशों तक फैला हुआ था. पुलिस ने इन्हें 6 जून तक रिमांड पर लिया है और आयकर विभाग सहित अन्य एजेंसियों को भी जानकारी दी है.
हिमांशु शर्मा