राजस्थान की कोटा पुलिस ने बिहार और अन्य राज्यों से गरीब तबके की नाबालिक लड़कियों को बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. उद्योग नगर पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी इन गरीब परिवारों की लड़कियों को बीस-तीस हजार रुपये में खरीदकर आते थे. इसके बाद उन्हें कोटा में लाकर दो से ढाई लाख रुपए में बेंच देते थे.
मानव तस्करी के इस गोरखधंधे में लिप्त अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही है. इस मामले में उद्योग नगर पुलिस ने बाल कल्याण समिति द्वारा दी गई शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में पुलिस लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है.
आरोपियों के खिलाफ इन धाराओं में हुआ केस दर्ज
एसपी डॉक्टर अमृता दूहन ने बताया कि 15 मई 2024 को एक ई-मेल बाल कल्याण समिति कोटा द्वारा दाखिल नाबालिक बालिकाओं की काउंसलिंग के बाद शिकायत मिली थी. इस पर उद्योग नगर पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ धारा 363, 366 अ, 370, 342 आईपीसी 81, 84 जेजे एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया.
अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
जांच के दौरान आरोपी गीता सिंह और देवकीनंदन को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों द्वारा नाबालिक लड़कियों को बिहार और अन्य राज्यों से लाकर बेचा जा रहा है. इस पर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम बनाई गई.
टीम ने 50 साल की आरोपी गीता सिंह पत्नी लाल बिहारी निवासी कच्ची बस्ती सिटी सेंटर-4 के पास जिला बोकारो झारखंड और 42 साल के देवकीनंदन पुत्र भगवान दास महाजन निवासी मकान नंबर 243 आस्था नगर थाना बोरखेड़ा जिला कोटा शहर को गिरफ्तार किया है. इस मामले में पूर्व में आरोपी दीपिका को गिरफ्तार के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया जा चुका है.
एक दर्जन बालिकाओं को खरीद कर कराई शादियां
आरोपियों से पुलिस द्वारा पूछताछ में सामने आया कि आरोपी गीता सिंह ने करीब एक दर्जन बालिकाओं को खरीद कर उनका दुर्व्यापार कर शादियां करवाई हैं. इस मामले में जुड़े अन्य गिरोह के सदस्यों की तलाश की जा रही है. अब तक दो महिलाओं सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 15 मई को उद्योग नगर पुलिस ने प्रेम नगर कोटा से तीन नाबालिक बालिकाओं को दस्तयाब किया था.
बालिकाओं की उम्र 12, 13 और 15 साल थी. बालिकाओं को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया था. वहां से बालिका गृह भेजा गया था. इस दौरान उनकी काउंसलिंग की गई थी. इस पर बाल कल्याण समिति के समक्ष बालिकाओं ने उन्हें खरीद कर लाने की जानकारी दी थी. इस पर पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया गया था. पुलिस मामले में जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
चेतन गुर्जर