राजस्थान के भरतपुर में खाप पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए एक परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया है. पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई. जांच के बाद पुलिस ने बताया कि पंचायत ने ऐसा कोई भी फैसला नहीं सुनाया है. बल्कि दो परिवारों के बीच शादी तुड़वाने को लेकर विवाद हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है.
मामला रुदावल थाना इलाके के गांव रतुआ का है, यहां रहने वाले 58 साल के अशोक गुर्जर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि उसका एक परिवार के साथ शादी को लेकर विवाद हुआ था. जब यह मामला गांव की पंचायत में पहुंचा तो उसके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया.
पीड़ित अशोक गुर्जर ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उनके बेटे हंसराम की शादी धौलपुर के गांव फूलपुरा में तय हुई थी. लेकिन गांव के कुछ लोगों ने शादी को तुड़वा दी थी. फिर विवाद को सुलझाने के लिए गांव में खाप पंचायत बैठी और उनके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया.
इसके अलावा अशोक गुर्जर ने आरोप लगाया गया है कि खाप पंचायत ने फैसला सुनाया की गांव का कोई भी व्यक्ति उनके परिवार से कोई संबंध नहीं रखेगा. ग्रामीण इस परिवार को फसल की सिंचाई के लिए पानी नहीं देगें. कोई नाई बाल नहीं काटेगा और गांव का कोई दुकानदार इस परिवार को सामान नहीं देगा. खाप पंचायत के आदेश नहीं मानने पर 11 हजार रुपये का डंड दिया जाएगा.
बताया जा रहा है कि गुर्जर समुदाय में अक्सर ऐसा होता है कि जिस परिवार में लड़के की शादी होती है उस परिवार को लड़की वाले के घर में भी शादी करवानी होती है. अशोक गुर्जर के लड़के का विवाह तय हो गया था. लेकिन वह लड़की पक्ष के परिवार में शादी नहीं करवा रहा था. इस वजह से विवाद खड़ा हो गया जिसकी वजह से अशोक के बेटे की शादी टूट गई. इस विवाद को लेकर गांव में पंचायत का आयोजन किया गया था.
इस मामले पर रुदावल थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि रतुआ गांव के परिवादी अशोक गुर्जर ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उनके पुत्र की शादी तोड़ दी गई थी. जिसके बाद कुछ लोगों ने झगड़ा भी किया था. पुलिस की प्राथमिक जांच में खाप पंचायत जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है. शादी तोड़ने को लेकर विवाद हुआ था. पुलिस ने 17 लोगों को पाबंद कर जांच शुरू कर दी है. जांच के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सुरेश फौजदार