राजस्थान का कोटा एक ऐसी घटना से सन्न है, जिसने हर संवेदनशील दिल को हिला दिया है. एक महिला, जो कभी अपने परिवार का सहारा थी, जिसने उम्मीदों के साथ कुछ ऑनलाइन इनवेस्टमेंट किया था- उसी ने उसे ऐसे अंधेरे में धकेल दिया कि उसने ठगों से मानवता दिखाने की गुहार लगाते हुए अपनी जान दे दी.
यह कहानी है एक ऐसी महिला की, जिसने ठगों को अपनी आखिरी सांसों से पहले लिखा- 'सर, मुझे आपकी मदद की जरूरत है… आज मेरे जीवन का आखिरी दिन है. और कुछ मिनटों बाद वह फंदे पर झूल गई.
यह मामला कोटा के कैथुनीपोल थाना क्षेत्र का है. मृतका एक प्राइवेट टीचर की पत्नी थीं. वह बीते दो महीनों से टेलीग्राम पर बने एक अकाउंट Godrej Properties से जुड़ी हुई थीं. यह अकाउंट खुद को रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म बताता था- और दावा करता था कि छोटे निवेश पर बड़ा मुनाफा मिलेगा.
शुरुआत में सबकुछ ठीक लग रहा था. महिला ने 1000 का इनवेस्टमेंट किया और कुछ ही दिनों में 1200 वापस मिले. फिर उसने 1500 लगाए और 1800 वापस मिले. हर ट्रांजेक्शन ने उसके भरोसे को थोड़ा और बढ़ा दिया. लेकिन जल्द ही यह भरोसा एक जाल साबित हुआ.
5 लाख का निवेश और फिर सन्नाटा
धीरे-धीरे महिला ने करीब 5 लाख तक का इनवेस्टमेंट कर दिया. ठगों ने पहले तो कम्प्लीशन बोनस और बड़ी स्कीम के नाम पर उसे और निवेश करने को कहा. लेकिन जैसे ही रकम बड़ी हुई- अकाउंट से जवाब आना बंद हो गया. महिला बार-बार टेलीग्राम ग्रुप पर मैसेज करती रही, लेकिन हर बार एक ही ऑटोमेटिक रिप्लाई आता- Without completion, you are not able to withdraw. यानी- पूरा किए बिना निकासी संभव नहीं. उधर, ठगी का शिकार हुई महिला हर दिन बेचैनी में डूबती जा रही थी. उसने सोने-चांदी के गहने बेच दिए, रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए, और आखिरी उम्मीद के तौर पर ठगों को बार-बार मैसेज करती रही.
'सर, मैंने सब कुछ खो दिया…' महिला की आखिरी चैट
महिला की मोबाइल चैट पुलिस के हाथ लगी है. उसमें उसकी आखिरी बातचीत देखकर किसी की भी आंखें नम हो जाएं. उसने ठग को लिखा- 'सर, अब मैं कुछ भी अरेंज नहीं कर सकती... मेरे पास जमा करने के लिए कुछ नहीं बचा. मेरे सारे गहने बेच दिए, लेकिन अब कोई मदद नहीं कर रहा. आप ही ने कहा था आप सपोर्ट करेंगे…' जब ठग ने फिर वही ऑटोमैटिक संदेश भेजा, तो उसने एक और मैसेज लिखा- 'आप मेरी बात नहीं समझ रहे... अगर आपकी कंपनी पहले बता देती कि सपोर्ट नहीं मिलेगा, तो मेरे पैसे कम से कम बच जाते.'
और फिर अगला संदेश आया- मैंने सब कुछ खो दिया... मेरा पैसा, मेरा परिवार, और उनका भरोसा भी.' इसके बाद उसने आखिरी गुहार लगाई- मुझे पता है सर, आप एक प्रोफेशनल इंसान हैं, लेकिन थोड़ी इंसानियत भी होनी चाहिए. कृपया मेरी मदद करें, मैं आपका सारा पैसा लौटा दूंगी. मुझे आपकी मदद की ज़रूरत है सर... आज मेरे जीवन का आखिरी दिन है. लेकिन दूसरी तरफ मानो कोई बॉट था, जो भावनाओं से खाली था. जवाब वही था- 'After completion, you will be eligible to submit withdrawal request…'
फंदे की फोटो भेजी, फिर चुप्पी
रात करीब 10:20 बजे, महिला ने उसी ठग को एक फोटो भेजी- पंखे से लटका दुपट्टा, जो कुछ ही देर में उसका फांसी का फंदा बन गया. फोटो के साथ उसने लिखा- 'आपकी कंपनी मेरी मदद नहीं कर रही, इसलिए अब मैं सुसाइड कर रही हूं. मैंने एक चिट्ठी लिख दी है कि मेरी मौत की जिम्मेदारी आपकी कंपनी की होगी.'
कुछ मिनट बाद महिला ने खुदकुशी कर ली. महिला के पति हरीश वर्मा एक प्राइवेट टीचर हैं. उन्होंने कहा कि पत्नी पिछले कुछ दिनों से बहुत परेशान थीं. वह हर रोज मोबाइल पर किसी से चैट करती रहती थीं. जब मैंने पूछा तो बोली कि बस दो दिन में पैसे वापस मिल जाएंगे. लेकिन बाद में जब जवाब आना बंद हो गया तो वो टूट गई. सुबह देखा तो वो नहीं रही.
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कैथुनीपोल थाना अधिकारी पुष्पेंद्र बंसीवाल ने कहा कि महिला के पति की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है. महिला का मोबाइल, चैट रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शन जब्त कर लिए गए हैं. साइबर टीम अब टेलीग्राम अकाउंट के स्रोत और सर्वर की लोकेशन ट्रेस कर रही है. जांच में सामने आया कि ठग विदेश से संचालित फेक इन्वेस्टमेंट स्कीम चला रहे थे. पहले छोटे-छोटे रिटर्न देकर लोगों का भरोसा जीतना- फिर बड़ी रकम फंसाकर गायब हो जाना. यही इनका पैटर्न था.
जानकार बोले- ये स्कीमें खतरनाक हैं
साइबर जानकारों का कहना है कि टेलीग्राम और वॉट्सएप पर चलने वाले इन्वेस्टमेंट ग्रुप्स पूरी तरह फेक होते हैं. वे पहले 1000 से 2000 तक का मुनाफा देकर भरोसा जीतते हैं और फिर लाखों की ठगी कर लेते हैं. एक साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि ऑनलाइन पैसे डबल करने या ट्रेडिंग ग्रुप्स में जुड़ना खतरनाक कदम है. कोई भी संस्था वैध नहीं होती जो टेलीग्राम चैट पर आपको इन्वेस्टमेंट का ऑफर दे. अब ये सिर्फ ठगी नहीं रही- ये जिंदगी छीनने वाला जाल बन गया है.
कोटा में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड के मामले
पिछले छह महीनों में कोटा में ऑनलाइन ठगी के कई मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें से कई में टेलीग्राम या वॉट्सएप ग्रुप शामिल हैं, लेकिन यह पहली बार है जब एक महिला ने ठगी से तंग आकर खुदकुशी की है. यह घटना सिर्फ एक महिला की कहानी नहीं है, यह उस विश्वास की त्रासदी है, जिसे तकनीक का दुरुपयोग कर छीन लिया गया.
चेतन गुर्जर