राजस्थान के जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद एक महिला बंदी ने बेटी को जन्म दिया. जेल में बच्ची का नामकरण भी किया गया. बच्ची का नाम 'भाग्य श्री' रखा गया है. जेल के स्टाफ ने महिला के खाने के लिए पौष्टिक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई है. प्रसव पीड़ा के बाद महिला को उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उसने बेटी को जन्म दिया. हालांकि, जेल में बंद होने के कारण सरकारी योजनाओं के तहत प्रसूता को मिलने वाला लाभ और सरकारी सहायता नहीं मिली.
जेल के स्टाफ ने बनाकर दिए देसी घी और अजवाइन के लड्डू
जोधपुर सेंट्रल जेल की जेलर शकुंतला ने बताया कि जेल प्रशासन ने अपनी ओर से प्रसूता के लिए देसी घी के लड्डू और अजवाइन बनाकर दिए हैं. एक महिला बंदी को उसके साथ देखरेख के लिए रखा गया है. हत्या की आरोपी प्रसूता जैसलमेर की रहने वाली है.
महिला को 2 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा हुई थी. इसके बाद उसे उम्मेद हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसने बेटी को जन्म दिया और बच्ची का नामकरण भी किया गया. सितंबर में जमीन को लेकर पड़ोसी से विवाद के बाद हुई हत्या के आरोप में महिला को अरेस्ट किया गया था.
जब पुलिस ने किया था अरेस्ट, तब प्रेग्नेंट थी महिला
जब महिला को पुलिस ने अरेस्ट किया था, तब वह प्रेग्नेंट थी. तब उसे जैसलमेर से जोधपुर की महिला जेल भेजा गया. वहीं जेल डिस्पेंसरी में उसकी स्वास्थ्य की जांच की गई. महिला बंदी के माता-पिता भी जेल में बंद हैं. महिला का पति जेल में नहीं है. महिला के दो बेटे हैं. वहीं तीसरी संतान के रूप में बेटी को जन्म दिया है. जेलर ने बताया कि महिला का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
अशोक शर्मा