राजस्थान की सीआईडी इंटेलिजेंस ने एक बड़ी कार्रवाई में जैसलमेर से हनीफ खान को गिरफ्तार किया है. हनीफ पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी भेजने का आरोप है. यह गिरफ्तारी इस साल जासूसी के आरोप में जैसलमेर से हुई चौथी गिरफ्तारी है.
महानिरीक्षक पुलिस सीआईडी (सुरक्षा) डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि टीम लंबे समय से राज्य में जासूसी गतिविधियों पर नजर रख रही थी. जांच में सामने आया कि हनीफ खान सोशल मीडिया के जरिए लगातार आईएसआई से संपर्क में था.
ISI का जसूस जैसलमेर से गिरफ्तार
हनीफ खान भारत-पाक सीमा के पास बहला गांव का रहने वाला है. उसका सीमावर्ती इलाकों मोहनगढ़, घड़साना आदि में आना-जाना था, जिससे वह आसानी से जानकारी जुटा लेता था. पूछताछ में पता चला कि वह महत्वपूर्ण सैन्य संस्थानों और सेना के मूवमेंट की जानकारी रखता था.
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि हनीफ ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी सेना के मूवमेंट की जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर को भेजी थी. केंद्रीय पूछताछ केंद्र जयपुर में विभिन्न एजेंसियों द्वारा पूछताछ और मोबाइल की तकनीकी जांच में यह साबित हुआ कि हनीफ पैसों के बदले सामरिक सूचनाएं साझा करता था.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दी थी अहम जानकारी
इन गंभीर आरोपों के पुख्ता सबूत मिलने के बाद सीआईडी इंटेलिजेंस ने राजकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज कर गुरुवार 25 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि ऐसे नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार निगरानी बढ़ाई जा रही है.
विमल भाटिया