राजस्थान में एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो 800 करोड़ के कोयला चोरी कर चुका है. ये लोग गुजरात पोर्ट से राजस्थान के रास्ते उत्तरी राज्यों में ट्रांसपोर्टेशन के दौरान उच्च गुणवत्ता वाले आयातित (Imported) कोयले की चोरी करते थे. पुलिस ने मामले में ट्रक ड्राइवरों समेत करीब 19 लोगों को पकड़ा है. उन्होंने पूछताछ में इस पूरे कांड का खुलासा किया है.
राजस्थान क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) दिनेश एमएन ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गैंग विदेशों से आयातित उच्च कैलोरी वाले कोयले को कम गुणवत्ता वाले चारकोल से बदलने का काम करता था. क्राइम ब्रांच एक इनपुट पर काम कर रही थी कि कांडला और गांधीधाम से रूस, इंडोनेशिया, अमेरिका और दूसरे देशों से हाई कैलोरिफिक वैल्यू का कोयला इम्पोर्ट किया जाता है.
उन्होंने बताया कि कोयला गुजरात के कांडला और गांधीधाम पोर्ट से आयात किया जाता है. वहां से जालौर, सिरोही, जोधपुर, बीकानेर और बाड़मेर के रास्ते कोयले के ट्रक और लदे वाहन दूसरे राज्यों की निजी कंपनियों तक पहुंचते थे. इसी बीच आरोपी ड्राइवरों की मिलीभगत से हाईवे के किनारे बने शेड में ट्रक को रुकवाते एक लोडिंग वाहन से कम से कम दो लाख के कोयले को बदल देते. आरोपी इसकी जगह कम गुणवत्ता वाला कोयला उसमें भर देते, ताकि ट्रक का वजन समान रहे.
हर रोज 10 करोड़ का कोयला हो रहा था चोरी
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश ले जाने वाले ट्रकों से रोजाना करीब 10 करोड़ रुपये का अमेरिका और रूस से आयातित कोयला चोरी हो रहा था. क्राइम ब्रांच की 13 टीमों ने जालोर, पाली, बाड़मेर, बीकानेर और जोधपुर के पांच जिलों में करीब एक दर्जन जगहों पर छापेमारी कर ट्रक के चालक व क्लीनर समेत 19 लोगों को बुधवार रात हिरासत में लिया.
हर ट्रक से 2 लाख का कोयला कर रहे थे चोरी
उन्होंने बताया कि टीमों ने ट्रक, ट्रैक्टर, मशीनें और 1,850 टन चुराया हुआ कोयला भी ज़ब्त किया है. लगभग 500 ट्रक प्रतिदिन राजस्थान के माध्यम से गुजरात पोर्ट से अमेरिका और रूस से आयातित उच्च गुणवत्ता वाले कोयले का ट्रांसपोर्ट करते हैं. एक ट्रक में 10 लाख रुपये का कोयला होता है और आरोपी प्रत्येक ट्रक से 20 प्रतिशत कोयला 2 लाख रुपये की चोरी कर रहे थे.
जयकिशन शर्मा