सोशल मीडिया पर रील बनाने का शौक रखने वाली दिल्ली की एक किन्नर की जिंदगी का अंत रहस्यमयी हालात में हुआ. उसका सड़ा-गला शव राजस्थान के अलवर जिले में दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे पर मिला है. मृतका की पहचान 24 वर्षीय प्राची उर्फ सुमित वाल्मीकि के रूप में हुई है, जो दिल्ली की रहने वाली थी. उसकी पहचान उसके पास पड़े मोबाइल फोन से हुई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और अब मौत की वजह तलाशने में जुटी है.
पिनान रेस्ट एरिया के पास मिला शव
राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात हड़कंप मच गया जब पिनान रेस्ट एरिया के पास लोगों ने सड़ी-गली हालत में एक महिला का शव देखा. सूचना मिलते ही राजगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची. शव सड़क किनारे चैनल नंबर 127 के पास पड़ा था. थानाधिकारी राजेश मीना ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर नगरपालिका कर्मी जुगनू तम्बोली की मदद से राजगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की मोर्चरी में रखवाया गया. प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि मृतका कोई सामान्य महिला नहीं, बल्कि किन्नर समुदाय से ताल्लुक रखती है.
मोबाइल से हुई पहचान
शव के पास एक मोबाइल फोन और थैला मिला, जिसे पुलिस ने बरामद किया. जब मोबाइल की जांच की गई तो उसमें मौजूद जानकारी से मृतका की पहचान दिल्ली निवासी प्राची उर्फ सुमित वाल्मीकि, पुत्री किशनलाल वाल्मीकि के रूप में हुई. फोन से परिजनों से संपर्क कर उन्हें घटना की सूचना दी गई. जानकारी मिलते ही परिजन दिल्ली से अलवर पहुंचे. पुलिस ने उन्हें घटनास्थल और बरामद सामान की जानकारी दी. परिजनों ने शव की शिनाख्त की पुष्टि की और बताया कि प्राची कुछ दिन पहले मेहंदीपुर बालाजी दर्शन के लिए आई थी लेकिन वह वापस नहीं लौटी थी.
बीमारी से जूझ रही थी प्राची
थानाधिकारी राजेश मीना के अनुसार, परिजनों ने बताया कि प्राची टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) की बीमारी से लंबे समय से पीड़ित थी. इसके बावजूद वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थी और रील बनाना उसका शौक था. वह खुद को खुश रखने के लिए वीडियो बनाकर पोस्ट करती थी. पुलिस का कहना है कि फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं है. प्राथमिक जांच में कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं, लेकिन सड़न की स्थिति में शरीर होने के कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से हुआ
राजगढ़ थाने के एएसआई बाबूलाल ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराया गया है ताकि किसी भी तरह की चूक न हो. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि मौत स्वाभाविक थी या किसी साजिश का नतीजा. एएसआई बाबूलाल ने बताया, शव के पास उसका मोबाइल और बैग मिला था, जिससे उसकी पहचान हुई. परिजनों ने बताया कि वह मेहंदीपुर बालाजी आई थी और लौटकर नहीं गई. अब यह जांच का विषय है कि वह पिनान रेस्ट एरिया तक कैसे पहुंची और उसकी मौत किन परिस्थितियों में हुई.
समाज की मौजूदगी में हुआ अंतिम संस्कार
मृतका प्राची का अंतिम संस्कार राजगढ़ के वाल्मीकि समाज की मौजूदगी में किया गया. परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव का दाह संस्कार कराया. पुलिस की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है और मृतका के मोबाइल फोन से कॉल रिकॉर्ड व लोकेशन डिटेल्स निकाली जा रही हैं. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिरी बार उसने किससे संपर्क किया था, और क्या उसके साथ कोई था जब वह मेहंदीपुर बालाजी से वापस लौटी थी.
सोशल मीडिया पर थी सक्रिय
प्राची सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय थी और रील बनाना उसका जुनून था. वह खुद को फैशनेबल तरीके से पेश करती थी और उसके कई वीडियो इंस्टाग्राम पर लोकप्रिय थे. करीबी लोगों ने बताया कि वह अक्सर कहती थी कि रील बनाना ही उसका सुकून है. कुछ समय से वह बीमार जरूर थी, लेकिन सोशल मीडिया से उसने दूरी नहीं बनाई थी.
हत्या या हादसा पुलिस कर रही जांच
राजगढ़ थाना पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि प्राची की मौत बीमारी, हादसे या किसी षड्यंत्र के कारण हुई. फिलहाल पुलिस ने हत्या की आशंका से भी इनकार नहीं किया है. शव के आसपास से कोई संघर्ष या दुर्घटना के स्पष्ट निशान नहीं मिले, लेकिन यह भी संभावना है कि प्राची की तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई हो. पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज और एक्सप्रेसवे पर लगे कैमरों की जांच कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि वह अकेली थी या किसी के साथ.
पुलिस ने जारी किया बयान
राजगढ़ पुलिस ने कहा है कि जांच के हर पहलू पर काम किया जा रहा है. हम यह पता लगा रहे हैं कि प्राची मेहंदीपुर बालाजी से लौटकर अलवर कैसे पहुंची. यह भी देखा जा रहा है कि उसकी मौत कब और किन हालात में हुई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी.
हिमांशु शर्मा