राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में अय्यप्पा मंदिर के चौकीदार की हत्या मामले में चौंकाने वाला मोड़ आया है. आरोपी दीपक नायर के घर से दो और शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की.
मंगलवार और बुधवार की रात चौकीदार लाल सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने दीपक को प्रताप नगर स्थित उसके घर से खून से सने कपड़ों के साथ गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस गुरुवार को दीपक के मकान की तलाशी के लिए पहुंची तो घर के अंदर से दो अन्य शव बरामद हुए. ये शव दीपक के दोस्त संदीप भारद्वाज और मोनू टॉक के थे.
ट्रिपल मर्डर से फैली सनसनी
पुलिस के अनुसार तीनों ने मिलकर पहले शराब पी और फिर आपसी कहासुनी में दीपक ने दोनों दोस्तों की हत्या कर दी. दोनों की हत्या का तरीका वही था जो मंदिर चौकीदार के साथ अपनाया गया था. तीनों के गुप्तांग काटे गए थे और शव जलाने की भी कोशिश की गई.
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि समाज में बढ़ रही मानसिक विकृति चिंता का विषय है और इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को यह जानकारी मिली है कि ये तीनों आपस में दोस्त थे.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
इस बीच, यह सवाल उठ रहा है कि गिरफ्तारी के वक्त आरोपी के घर की तलाशी क्यों नहीं ली गई. साथ ही यह भी कि जब दीपक हत्या की बात करता हुआ थाने गया था तो उसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया.
प्रमोद तिवारी