राजस्थान के अलवर में साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला को 7 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर 1 करोड़ 25 लाख रुपये ठग लिए. ठगों ने खुद को ईडी और सीबीआई का अधिकारी बताकर महिला को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी.
अलवर शहर की पॉश कॉलोनी स्कीम नंबर एक आर्य नगर के मकान नंबर 149 में रहने वाली रीटा कटारिया ने साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 15 दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे उनके पास एक फोन आया. फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को पब्लिक रिलेशन ऑफिसर संदीप शर्मा बताया. उसने कहा कि उनके नाम से रजिस्टर्ड एक सिम से धमकी भरे कॉल किए जा रहे हैं और यह सिम मुंबई के पते पर जारी है.
बुजुर्ग महिला से 1 करोड़ 25 लाख रुपये ठगे
इसके बाद कॉल करने वाले ने अपने सीनियर अधिकारी से बात करवाई और करीब 2 घंटे 40 मिनट तक मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर बातचीत की. महिला को गिरफ्तारी की धमकी दी गई. बाद में सीबीआई और अन्य फर्जी अधिकारियों से वीडियो कॉल करवाई गई, जिन्होंने पुलिस की यूनिफॉर्म पहन रखी थी.
16, 17 और 18 दिसंबर को लगातार फोन और वीडियो कॉल के जरिए महिला को डराया धमकाया गया. ठगों ने महिला को पड़ोसियों या किसी अन्य व्यक्ति से बात करने से मना कर दिया. डर के माहौल में महिला से दो अलग-अलग बैंक खातों में कुल 1 करोड़ 25 लाख रुपये डलवाए गए. एक खाते में 86 लाख 35 हजार रुपये और दूसरे खाते में करीब 38 लाख रुपये ट्रांसफर कराए गए.
वीडियो कॉल कर महिला को धमकाया
रीटा कटारिया ने बताया कि वह घर में अकेली रहती हैं. उनके पति का निधन हो चुका है और उनकी दो बेटियां दिल्ली में रहती हैं. 21 दिसंबर को परेशान होकर उन्होंने अपना फोन बंद कर दिया और परिवार को पूरी बात बताई. 22 दिसंबर को महिला अपने परिवार के साथ साइबर थाना पहुंची और शिकायत दी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है. पुलिस के अनुसार 38 लाख रुपये पूरी तरह होल्ड कर लिए गए हैं, जबकि 86 लाख में से 12 लाख रुपये होल्ड किए जा चुके हैं. घटना के बाद से महिला और उसका परिवार सदमे में है.
हिमांशु शर्मा