राजस्थान: छात्राओं ने रात भर कॉलेज के गेट पर दिया धरना, खून से लिखा प्रिंसिपल के नाम पत्र

राजस्थान के कोटा में जेडीबी गर्ल्स कॉलेज छात्रसंघ चुनाव के बाद अखाड़ा बना हुआ है, शपथग्रहण कार्यक्रम को लेकर विवाद के बाद एबीवीपी की छात्रसंघ अध्यक्ष के साथ कॉलेज की लड़कियों ने रात भर कॉलेज गेट पर धरना दिया और प्रिंसिपल के नाम खून से चिट्ठी लिखी है.

Advertisement
गेट के बाहर धरने पर बैठी छात्राएं गेट के बाहर धरने पर बैठी छात्राएं

संजय वर्मा

  • कोटा,
  • 13 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 9:34 AM IST

राजस्थान के कोटा में जेडीबी गर्ल्स कॉलेज इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बन गया है. छात्र संघ चुनाव में जीत के बाद शपथ ग्रहण समारोह को लेकर वहां विवाद चल रहा है.

छात्रसंघ अध्यक्ष दीप्ति मेवाड़ और महासचिव स्वाति गुर्जर भूख हड़ताल पर बैठ गईं. वहीं छात्राएं गर्ल्स कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठ गईं और अभी भी उनका प्रदर्शन जारी है.

Advertisement

दरअसल मुद्दा यह है कि महाविद्यालय में अध्यक्ष, महासचिव सहित तीन पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उम्मीदवार जीते थे जबकि उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रत्याशी को जीत मिली थी.

अब शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के लिए कॉलेज प्रशासन का कहना है कि चारों पदाधिकारियों की सहमति होनी चाहिए. एबीपी का कहना है कि अब चारों पदाधिकारियों की एक नाम पर सहमति कैसे बनेगी.  शपथ ग्रहण करवाने की मांग को लेकर एबीपी से जुड़ी छात्राएं अनिश्चितकालीन धरने पर कॉलेज गेट के बाहर बैठ गईं हैं. 

वहीं दूसरी तरफ एनएसयूआई से छात्रासंघ उपाध्यक्ष मानसी सोनी का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह नॉन पॉलिटिकल होना चाहिए. उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्रसंघ अध्यक्ष पूरे मामले पर राजनीति कर रही हैं. इस दौरान देर रात छात्र संघ अध्यक्ष दीप्ति मेवाड़ ने अपने खून से प्रिंसिपल के नाम चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने कहा, 'मेरा शपथ ग्रहण करा दो मैडम.'

Advertisement

इस मुद्दे को सुलझाने के लिए छात्र संघ कार्यकारिणी, कॉलेज प्रिंसिपल और नयापुरा सीआई के बीच मीटिंग रखी गई लेकिन मीटिंग में सहमति नहीं बन पाई.

मीटिंग असफल होने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कि छात्रासंघ कार्यकारिणी ने कॉलेज प्रिंसिपल वंदना आहूजा का पुतला फूंका और मेन गेट के बाहर छात्रसंघ अध्यक्ष दीप्ति मेवाड़ और महासचिव स्वाति गुर्जर भूख हड़ताल पर बैठ गईं. 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement