करगिल युद्ध के 26 साल बाद भारतीय सेना ने युद्ध से मिली सीख को आधुनिकरण और रणनीतिक विकास में लागू किया है. युद्ध के बाद सेना ने अपनी कमियों को दूर करते हुए खुद को हर मिशन के लिए तैयार किया है. भारतीय सेना अब एके-203 राइफल, स्नाइपर, बुलेटप्रूफ जैकेट, असॉल्ट राइफल, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, और कॉम्बैट ड्रोन जैसे आधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस है. स्वदेशी उपकरणों जैसे स्वाति वेपन लोकेटिंग रडार और त्रिनेत्र ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है. देखें वंदे मातरम्.