आज मैं भाग्य हूं आपको यही समझाने की कोशिश करुंगा कि आपने इस धरती पर क्यों जन्म लिया है. और आप क्या कर रहे हैं. दरअसल दुनिया में कई छलावे हैं जो आपको आपके ही कई रूप दिखाएगा. शायद आप उन छलावों में आकर सही रास्ते से भटक जाएं पर ईश्वर ने मनुष्य को मस्तिष्क दिया ही इसलिए है ताकि वो अपना अच्छा-बुरा और सही-गलत समझ सके और उसके अनुरूप अपनी दिनचर्या तय कर सके ताकि उसके जीवन का हर पल उसके बेहतर भविष्य की और अग्रसर हो.