पुलिस ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच के सिलसिले में उनके शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार से हिरासत में ले लिया है. आज महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. महंत नरेंद्र गिरी देश के बड़े और प्रभावशाली संतों में से थे. ऐसे में उनकी संदिग्ध मौत ने हर किसी को चौंका दिया है. उनकी मौत प्रयागराज के बाघंबरी मठ में हुई है. महंत नरेंद्र गिरी का शव उनके कमरे में नायलॉन की रस्सी से लटका हुआ पाया गया था. पुलिस के मुताबिक उनके कमरे से एक 6-7 पन्ने का सुसाइड नोट बरामद किया गया है. सुसाइड नोट के मुताबिक नरेंद्र गिरी ने लिखा है कि मैं सम्मान से जिया हूं और अपमान से नहीं जी पाउंगा इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं. पुलिस के मुताबिक, सुसाइड नोट में उनके एक शिष्य आनंद गिरी पर मानसिक तौर पर परेशान करने का आरोप लगाया है. सुसाइड नोट में कई अन्य नाम हैं लेकिन अभी उनका खुलासा नहीं हुआ है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में आनंद के अलावा 2 अन्य लोगों पर आरोप हैं. देखें खबरदार का ये एपिसोड.
President of the Akhil Bharatiya Akhara Parishad, Mahant Narendra Giri was found dead at his residence in UP's Prayagraj on Monday. A suicide note has been recovered from the spot and it includes name of Mahant Narendra Giri's disciple Anand Giri along with two other names. Anand Giri whose name was found on a suicide note recovered from the seer's room, has alleged that the 72-year-old president of the Akhil Bharatiya Akhara Parishad was murdered. He has spoken to Aaj Tak and says that he is ready for the investigation. Watch this episode of Khabardar.