बिहार में NDA को मिले प्रचंड जनादेश के बाद कांग्रेस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर बहस छिड़ रही है. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को न सिर्फ मुस्लिम लीगी माओवादी बताया, बल्कि उसके विभाजन का दावा कर दिया. सवाल ये है कि क्या ये सिर्फ एक राजनीतिक प्रहार है, या राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस वाकई दिशाहीन हो गई है? सवाल ये भी है कि क्या राहुल गांधी के पास प्रधानमंत्री मोदी की रणनीतियों का कोई जवाब नहीं?