पिछले एक साल में हृदय रोग और हार्ट अटैक के मामलों ने लोगों को खौफ से भर दिया है. भारत में 12 साल के बच्चों से लेकर 45 साल तक की उम्र के लोगों ने हार्ट अटैक से अपनी जान गंवाई है. कुछ दशकों पहले तक हार्ट की बीमारियों को उम्रदराज लोगों की बीमारी के तौर पर ही जाना जाता था. लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसका शिकार बन रहे हैं. जानिए ऐसा क्यों.