आज तक के कार्यक्रम पंचायत मध्यप्रदेश के मंच पर शुक्रवार को मध्यप्रदेश की राजनीति के कई महारथी पहुंचे . इनमें सीएम शिवराज सिंह चौहान तो रहे ही सांसद प्रज्ञासिंह ठाकुर ने भी एक सत्र को संबोधित किया. आजतक पंचायत के मंच पर सीएम शिवराज चौहान ने सनातन धर्म विवाद और कांग्रेस के छद्म हिंदुत्व पर जमकर निशाना साधा. हालांकि शिवराज का राज्य में पूरा चुनाव अभियान महिला सशक्तिकरण पर जोर देने वाली योजनाओं पर रहता है जिसमें सबसे अधिक जोर लाडली बहना योजना के प्रचार-प्रसार पर रहता है.
दूसरी ओर भोपाल की सांसद प्रज्ञासिंह ठाकुर ने आज तक के मंच पर लव जिहाद और लैंड जिहाद का जिस तरह जिक्र किया उससे यही लगा कि बीजेपी इन दोनों मुद्दों को छोड़ने वाली नहीं है. हालांकि यह भी सही है कि बीजेपी इसके लिए साध्वी का कितना उपयोग करने वाली है इस पर कुछ कहना कठिन ही लगता है. साध्वी को भोपाल के बाहर शायद ही बीजेपी इस्तेमाल करेगी इसमें कोई शक-सुबहा नहीं होना चाहिए.
योजनाएं बता रही हैं शिवराज कितने गंभीर हैं महिला वोटरों को लेकर
सीएम शिवराज का जोर महिला वोटों को लेकर है. इधर देश में हुए कई विधानसभा चुनावों की नजीर लें तो महिलाओं ने जिसे चाहा वही सरकार बनाने के लायक जादुई आंकड़ा जुटा सका है. यही कारण है कि कांग्रेस ने भी फोकस में महिलाओं को ही रखा है. हिमाचल और बेंगलुरू में महिलाओं के लिए की गईं घोषणाओं का ही नतीजा रहा कि कांग्रेस ने बीजेपी को बैकफुट पर ला दिया. शिवराज राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं वो जानते हैं कि अगर मध्य प्रदेश में चौथी बार मुख्यमंत्री बनने लायक सीट लानी है तो महिलाओं का वोट कांग्रेस के पास नहीं जाने देना है.
शायद यही कारण है कि आनन फानन में उन्होंने लाडली बहना योजना शुरू किया , महिलाओं को सस्ता सिलिंडर , बेटियों के 21 साल का होते ही उनके नाम से एक लाख रुपये की जमा राशि, और बेटियों के जन्म से लेकर विवाह तक की सारी जिम्मेदारी सरकार अपने सर ले रही है. एमपी में बेटियों के रेशियों में सुधार को बीजेपी अपनी इन्हीं योजनाओं के असर के रूप में प्रचारित प्रसारित करती है.एक तरफ बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प और महिलाओं के सशक्तिकरण के कई उपाय किए जा रहे हैं तो दूसरी ओर प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसे लोग नैतिकता का पहाड़ा याद कराने के लिए भी तैयार हैं.
19 साल में शादी करने वाला जेहादी 15 साल में ही लड़की को फंसाने का आरोपी है
आज तक के मंच पर पहुंची साध्वी प्रज्ञा सिह ठाकुर बताती हैं कि वो भोपाल ही नहीं बल्कि वे देश भर की महिलाओं की शिकायत सुनती हैं और उनकी समस्याओं का समाधान के प्रयास करती हैं. इनमें लव जिहाद के मामले भी होते हैं. लव जिहाद के खिलाफ केवल लड़कियां ही नहीं उनके परिजन भी गुहार लेकर उनके पास पहुंचते हैं. साध्वी बताती हैं कि मैं उन्हें समझाती भी हूं और मदद भी करती हूं. जिस लड़की को वो केरला स्टोरी दिखाने ले गईं थीं और वो बाद में वह लव जिहाद का शिकार हो गई थी, उस घटना की भी उन्होंने चर्चा की.उन्होंने बताया कि 15वर्ष की उम्र से उसे फंसा लिया गया था. इसलिए ये प्यार नहीं था. शादी तो उसने 19 वर्ष में की पर चूंकि उसे 15 साल की उम्र में बहलाया फुसलाया गया था इसलिए शादी करने वाले पर कानूनन कार्रवाई होनी चाहिए.
जैसे मैंने भगवान के भरोसे खुद को छोड़ दिया वो प्रेम है
साध्वी ने दिल्ली में श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड के बाद कहा था कि 'लव तो अब कुछ नहीं होता है. लव तो अब जिहाद हो गया है. निश्चित रूप से यह पाप है, दुराचार है. आज भी साध्वी उसी अंदाज में बता रहीं थीं कि प्रेम जो पहले हुआ करता था, वो समर्पण माना जाता था. जब खुद को किसी पर समर्पित कर देते हैं, उसे प्रेम कहते हैं. लेकिन, अब प्रेम में जिहाद आ गया है. इसलिए हिन्दू लड़कियों को इससे बचकर रहना चाहिए. उन्होंने बताया जिस तरह उन्होंने भगवान से प्रेम किया और खुद को उसके हवाले कर दिया यही असली प्रेम हैं.
लैंड जिहाद से सावधान रहना जरूरी
मध्य प्रदेश के भोपाल में अवैध मजारों के मुद्दे उठाने वाली साध्वी ने जमीन कब्जाने की बढ़ती संस्कृति को लैंड जिहाद की संज्ञा दी थी. आज एक बार आज तक के मंच से उन्होंने इससे देश को सावधान किया. उन्होंने बताया कि किसी नोटिफाइड एरिया में जहां कंस्ट्रक्शन प्रतिबंधित होता है वहां मजार बन जाती है.उन्होंने कहा कि ये केवल भोपाल में ही नहीं है ये जिहाद पूरे देश में चल रहा है. उन्होंने कहा कि किसी को धर्म स्थल बनाने से रोकने का विरोध करती हैं वो सिर्फ इतना कह रही हैं कि लोग अपनी जमीन खरीदें और लीगल ढंग से अपने लिए निर्माण करें.
संयम श्रीवास्तव