मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत दूसरे जिलों में मंगलवार शाम अचानक मौसम बदल गया. धूल भरी आंधी के बाद बारिश शुरू हो गई. इसके चलते तापमान में गिरावट आ गई. कई किलोमीटर प्रति घंटा की तेज़ हवाओं से पेड़ समेत तमाम कच्चे निर्माण तक टूट गए.
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेद प्रकाश के अनुसार, भोपाल और उसके आसपास के इलाकों के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ के चलते एक स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय है जिसकी वजह से मंगलवार दोपहर पहले तो धूल भरी आंधियां चलीं और फिर बारिश के साथ ओले गिरे.
तेज़ हवाओं के चलते कई रेहड़ियां पलट गईं और कईं पेड़ भी गिर गए. भोपाल बीजेपी प्रदेश कार्यालय में भी तेज़ हवाओं के चलते स्वागत द्वार गिर पड़ा. देखें Video:-
सिंधिया का स्पेशल प्लेन नहीं उतर सका
उधर, तूफानी हवाओं के चलते केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्पेशल प्लेन भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर नहीं उतर सका. केंद्रीय मंत्री सिंधिया आज बीजेपी कोर कमेटी की बैठक के लिए भोपाल आ रहे थे. लेकिन मौसम खराब होने की वजह से प्लेन भोपाल के ऊपर चक्कर लगाता रहा. बाद में ATC से लैंडिंग की मंज़ूरी नहीं मिलने की वजह से प्लेन दिल्ली की ओर मुड़ गया. इसके अलावा, भोपाल आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट को भी इंदौर की ओर डाइवर्ट किया गया है.
विदिशा और खरगोन में फसलों को भारी नुकसान
उधर, मध्य प्रदेश के खरगोन में भी बेमौसम बारिश से गेहूं, चना, मक्का फसल को भारी नुकसान हुआ है. कई गांवों में बारिश के साथ ओले भी गिरे. वहीं, राजधानी भोपाल से सटे विदिशा में भी तेज आंधी तूफान के साथ भारी बारिश हुई. फसलों को भारी नुकसान हुआ है. जिले के कई गांवों में ओले भी गिरे हैं.
प्रदेश में हुई ओलावृष्टि और अतिवृष्टि को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक में चर्चा की. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से नुकसान हुए फसलों का सर्वे करने के लिए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने स्पष्ट किया है कि कोई भी किसान, ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से जो प्रभावित हुआ है, उसका सर्वे गंभीरता के साथ किया जाएण्
उन्होंने कहा कि फसलों का सर्वे कराकर किसानों को उचित राहत राशि उपलब्ध कराई जाए. सर्वे की मॉनीटरिंग करने के लिए सभी मंत्रीगण, विधायकगण और सांसदों को भी कहा गया है.
रवीश पाल सिंह / उमेश रेवलिया / विवेक सिंह ठाकुर