मध्यप्रदेश सरकार के एक नवाचार को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने भी अपना लिया है. मध्यप्रदेश की तरह जेएनयू दिल्ली में भी कुलपति अब 'कुलगुरु' के नाम से जाने जाएंगे. जेएनयू ने मध्यप्रदेश से प्रेरणा लेकर यह कदम उठाया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह जानकारी दी.
बुधवार को मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को संबोधित कर रहे थे. हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जेएनयू ने इस बदलाव को औपचारिक रूप से लागू किया है या कोई आधिकारिक प्रशासनिक आदेश जारी किया गया है।
उन्होंने कहा था कि यह बदलाव भारतीय संस्कृति और गुरु परंपरा के अनुरूप है और 'कुलपति' शब्द अपने अटपटे अर्थ के कारण महिला पदाधिकारियों के लिए समस्या पैदा करता है. इसलिए कुलगुरु शब्द उचित रहेगा.
CM यादव ने कहा कि 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेजों में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इन कार्यक्रमों में जिले के प्रभारी मंत्री, स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रबुद्ध नागरिक, गुरुजन और साधु संतों भी प्रमुखता से शामिल होंगे.
सांदीपनि विद्यालय का होगा लोकार्पण
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भोपाल शहर में (कमला नेहरू स्कूल) सांदीपनि विद्यालय का लोकार्पण किया जाएगा.
BRTS हटने से मृत्यु में 70 और हादसों में 51% कमी आई
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में बीआरटीएस (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) हटाने से बड़े ही सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि बीआरटीएस हटाने से हादसों में 51 प्रतिशत और हादसों की वजह से मृत्यु में 70 प्रतिशत तक की कमी आई है. यह मध्यप्रदेश सरकार के जनहित में लिए गए निर्णयों के सुचारू क्रियान्वयन का सुखद परिणाम है. बता दें कि सरकार ने जनवरी 2024 में बीआरटीएस हटाने का निर्णय लिया था.
लाड़ली बहनों को 12 जुलाई को मिलेगी राशि
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि लाड़ली बहनों के खाते में 12 जुलाई को राशि अंतरित की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले माह आने वाले रक्षाबंधन के अवसर पर लाड़ली बहना योजना के तहत वर्तमान में दी जा रही मासिक आर्थिक सहायता राशि के अतिरिक्त 250 रूपए की विशेष सहायता राशि भी अंतरित की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की करीब 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
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