चुहिया की जान बचाने के लिए बंदे ने खोल दिया गाड़ी का पुर्जा-पुर्जा, कभी देखा नहीं होगा ऐसा रेस्क्यू ऑपरेशन

अभी तक आपने कई रेस्क्यू ऑपरेशन देखे होंगे जिनमें इंसानों से लेकर जानवरों तक की जान बचाने का काम किया गया हो, लेकिन आज हम आपको एक नन्ही चुहिया के रेस्क्यू की कहानी बताने जा रहे हैं.

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बाइक का पुर्जा-पुर्जा खोल चुहिया की जान बचा ली. बाइक का पुर्जा-पुर्जा खोल चुहिया की जान बचा ली.

हेमंत शर्मा

  • ग्वालियर ,
  • 11 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 10:41 AM IST

किसी की जान बचाना सबसे बड़ा पुण्य का काम है, फिर वह इंसान हो या कोई जानवर. आत्मा सबकी एक जैसी ही होती है इसलिए जान बचाने का पुण्य भी बराबर ही मिलता है. यही वजह है कि जब एक बाइक सवार ने एक नन्ही-सी चुहिया की जान खतरे में देखी, तो उसने अपनी बाइक का पुर्जा-पुर्जा तक खोलकर रख दिया और चुहिया की जान बचा ली. 

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जी हां, अभी तक आपने कई रेस्क्यू ऑपरेशन देखे होंगे जिनमें इंसानों से लेकर जानवरों तक की जान बचाने का काम किया गया हो, लेकिन आज हम आपको एक नन्ही चुहिया के रेस्क्यू की कहानी बताने जा रहे हैं. यह पूरा घटनाक्रम मध्य प्रदेश के ग्वालियर का है. शहर के फूलबाग चौराहे पर खड़ी एक बाइक में एक नन्ही चुहिया घुस गई. 

बाइक मलिक विक्रम प्रजापति को जब एहसास हुआ कि बाइक के अंदर कोई घुस गया है, तो उन्होंने इस पर बारीकी से निगाह डाली. तब उन्हें बाइक के अंदर फंसी हुई नन्ही चुहिया दिखाई दी. विक्रम ने सोचा कि अगर वे ऐसे में बाइक चलाएंगे तो चुहिया बाइक के किसी पार्ट में फंसकर मर भी सकती है, इसलिए विक्रम ने चुहिया की जान बचाने का निर्णय लिया और फिर रेस्क्यू शुरू हो गया. 

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पहले बाइक को जमीन पर लिटाकर, खटखटाकर नन्ही चुहिया को बाइक से निकलने का प्रयास किया गया, लेकिन बाइक के अंदर तारों के मकड़जाल में नन्ही जीव इतनी बुरी तरह से फंसी हुई थी, कि वह चाह कर भी बाहर नहीं आ सकी. विक्रम को ऐसा करते हुए देख वहां अन्य लोगों की भीड़ भी जमा हो गई. देखें Video:-

जब विक्रम ने बताया कि बाइक के अंदर नन्ही चुहिया फंसी हुई है और उसकी जान बचाना है, तो दूसरे लोग भी सहयोग करने लगे. सभी ने मिलकर निर्णय लिया कि बाइक की सीट को खोलकर चुहिया को निकाला जाए. फिर क्या था, विक्रम ने बाइक की सीट खोल दी, लेकिन चुहिया कहीं दिखाई नहीं दी. 

फिर तो एक-एक करके बाइक के पार्ट्स विक्रम और उसके सहयोगियों ने खोलना शुरू कर दिया. काफी देर तक चुहिया का यह रेस्क्यू चला रहा. भरी दोपहरी में चुहिया की जान बचाने के लिए विक्रम और उसके सहयोगी पसीना बहाते रहे और 1 घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें इसमें सफलता भी मिल गई. 

बाइक के पुर्जे खोलना शुरू करते हुए लोग.

जब बाइक का पुर्जा पुर्जा प्लास और पेचकस की मदद से खोल दिया गया, तो चुहिया को भी बाहर निकलने का रास्ता मिल गया. खुद को आजाद पाकर चुहिया ने बाइक से निकलकर पास ही की क्यारी में दौड़ लगा दी. चुहिया की जान बचाने के बाद विक्रम और उसके सहयोगियों ने राहत की सांस ली. 

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यह  पहला ऐसा रेस्क्यू है, जिसमें एक नन्ही चुहिया की जान बचाई गई है. इस दौरान लोगों ने इसका वीडियो भी बनाया और अब यही वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें विक्रम प्रजापति की जमकर तारीफ की जा रही है.

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