'कोई हमारे बच्चों के 35 टुकड़े कर दे, बर्दाश्त नहीं...', CM शिवराज बोले- ये खेल नहीं चलने दूंगा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर लव-जिहाद का खेल नहीं चलने दूंगा. कोई भी हमारे बच्चों को छल ले, शादी कर ले और 35 टुकड़े कर दे ये हम सहन नहीं करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जमीन हथियाने के लिए आदिवासी महिला से कोई शादी नहीं कर सकता.

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एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

रवीश पाल सिंह

  • इंदौर ,
  • 04 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:25 PM IST

मध्य प्रदेश के इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है. श्रद्धाहत्या कांड का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं किसी भी कीमत पर मध्य प्रदेश की धरती पर लव-जिहाद का खेल नहीं चलने दूंगा. कोई भी हमारे बच्चों को छल ले, शादी कर ले और 35 टुकड़े कर दे ये हम सहन नहीं करेंगे.

उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो लव-जिहाद के खिलाफ कड़ा कानून बनाया जाएगा. साथ ही सीएम ने दो टूक कहा कि जमीन हथियाने के लिए आदिवासी महिला से कोई शादी नहीं कर सकता. उन्होंने मंच से पेसा एक्ट के बारे में भी जानकारी दी. कहा कि वे इस एक्ट के मास्टर ट्रेनर हैं.

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एक देश में दो विधान क्यों

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लव जिहाद और समान नागरिक संहिता को लेकर काफी मुखर हैं. हाल ही में उन्होंने बड़वानी के सेंधवा में कहा था कि मैं इस बात का पक्षधर हूं कि भारत में अब समय आ गया है कि एक समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए. एक से ज्यादा शादी क्यों करें? कोई एक देश में दो विधान क्यों चले? नियम एक ही होना चाहिए. समान नागरिक संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है तो एक ही पत्नी सबके लिए होनी चाहिए. 

प्रदेश में कमेटी बना रहा हूं

उन्होंने ऐलान किया, "मध्य प्रदेश में भी मैं कमेटी बना रहा हूं. समान नागरिक संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है तो एक ही पत्नी सबके लिए होनी चाहिए".

गुजरात और उत्तराखंड में हो चुकी है घोषणा

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बता दें कि इससे पहले गुजरात में भी अक्टूबर में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी के गठन का ऐलान किया गया था. इसे गुजरात चुनाव से जोड़कर भी देखा गया था. वहीं उत्तराखंड में भी चुनाव से समान नागरिक संहिता करने की घोषणा की गई थी. सरकार बनने के बाद इसे लागू किया गया था.

 

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