इंदौर में पौधरोपण का वर्ल्ड रिकॉर्ड (World record of tree plantation) बनाने की पूरी तैयारी है. यहां 24 घंटे में 11 लाख पौधे लगाए जाएंगे. इससे पहले यह रिकॉर्ड असम के नाम था. यहां पर 9.25 लाख पेड़ लगाए गए थे. पौधरोपण के इस महाअभियान में 100 संगठनों के 50 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा ले रहे हैं और प्रत्येक समाज के आराध्य देव और प्रत्येक संस्था के आदर्श के नाम पर वनों का नाम रखा जाएगा.
इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने देश के गृह मंत्री अमित शाह भी इंदौर पहुंच चुके हैं. अमित शाह के स्वागत के लिए इंदौर एयरपोर्ट पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, मुख्यमंत्री और भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे. गृहमंत्री अमित शाह एयरपोर्ट से पितृ पर्वत के लिए रवाना हो रहे हैं. उन्हें रेवती रेंज पौधारोपण कार्यक्रम में शामिल होना है.
रेवती रेंज में पौधरोपण के अवसर पर डॉक्टरों की टीम, समन्वयक, पार्षदगण, युवामोर्चा, बीएसएफ, सेना प्रशिक्षण स्कूलों के स्वयंसेवकों की टीम, एनएसएस और एनसीसी के कैडेट्स, कॉलेज छात्र धार्मिक, सांस्कृतिक और गैर सरकारी संगठन के लोग तैनात रहेगें. येलोग व्यवस्था संभालने के साथ व्यवस्थित तरीके से पौधारोपण में मदद करेंगे. पौधरोपण के लिए 10 हजार से अधिक कटर, पानी के डिब्बे, फावड़े, सहायक उपकरण, टीशर्टस, कैप्स आदि नागरिकों को वितरित किए जाएंगे.
इसके साथ प्रत्येक दो घंटे में 5 से 10 हजार लोगों की टीम रिप्लेस होगी. रेवती रेंज के अंदर 10 हजार पौधारोपण क्षमता वाले 100 से अधिक व्यक्तिगत ब्लॉक में समन्वय के लिए 1 हजार लोगों की टीम बनाई गई है. रेवती रेंज में पिछले तीन सप्ताह से पौधों की आवक हो रही है. रेवती रेंज में अस्थाई नर्सरी स्थापित की गई है और इसके अलावा शहर के उद्यान स्थानों में भी नर्सरी स्थापित की गई है.
रेवती रेंज पर 50 हजार लोगों के लिए स्वादिष्ट ताजे भोजन और पेयजल की व्यवस्था की गई है. स्थान पर लगातार 48 घंटे तक ताजा भोजन तैयार हो रहा है. पौधरोपण अभियान में लगे लोगों के उत्साहवर्धन के लिए गीत-संगीत की व्यवस्था की गई है. जहां देशभक्ति के गीतों से माहौल गुंजायमान रहेगा.
रेवती रेंज क्षेत्र को पौधरोपण के लिए 9 जोन में विभाजित किया गया है. 9 जोन जो 100 सबजोन में बंटा हुआ है. सह में 1 लाख 21 हजार बड़े पेड़ और 4 लाख 50 हजार छोटे पेड़ लगाए जाएंगे. छोटे पेड़ 5 से 6 फीट के रहेंगे, जिनका सर्वाइकल रेट 90 प्रतिशत से ज्यादा है. पौधरोपण के बाद उसके रखरखाव की योजना भी तैयार है.
पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता रहे इसके लिए रेवती रेंज में तीन प्राकृतिक जल संरचनाएं तैयार की गई है. जिससे इन पौधों को लगातार जल आपूर्ति होती रहेगी. पौधों को पानी की आपूर्ति ड्रिप सिचाई, बोरिंग और ओवरहेड टैंक के जरिए की जाएगी. इस अभियान में नगर निगम के उद्यान विभाग के 500 से ज्यादा कर्मचारी रेवती रेंज में मोर्चा संभाले हुए हैं. सभी 100 सबजोन में नगर निगम की पानी की टीम, स्वच्छता की टीम, उद्यान विभाग की टीम जनभागीदारी के साथ समाज के साथ वृक्षारोपण में मदद का काम करेंगे. बड़ी संख्या में वाहन आएंगे इसके लिए पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था की गई है.
धर्मेंद्र कुमार शर्मा