मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर स्थित कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम के पास एक दिल दहला देने वाली घटना में आरोपी अरविंद परिहार ने अपनी पत्नी नंदिनी परिहार की गोली मारकर हत्या कर दी. अरविंद ने देसी कट्टे से एक के बाद एक नंदिनी पर 5 गोलियां दागीं, जिनमें से 2 गोलियां नंदिनी के सिर में धंस गईं. 3 गोलियां चेहरे समेत शरीर के दूसरे अंगों पर लगीं. गोली मारने के बाद आरोपी वहीं सड़क किनारे बैठ गया और घायल पत्नी सड़क पर तड़पती रही. जब पुलिस पहुंची तो आरोपी ने पुलिस पर भी कट्टा तान दिया. यही नहीं, आरोपी ने खुद की कनपटी पर कट्टा तान लिया. इससे घबराई पुलिस ने आरोपी को काबू करने के लिए आंसू गैस का गोला छोड़ा और एक तरफ उसे बातों में लगाया, दूसरी तरफ से पहुंचकर उसे दबोच लिया. घायल पत्नी को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उसने दम तोड़ दिया.
उधर, पत्नी नंदिनी को गोली मारने के बाद पति अरविंद ने फेसबुक लाइव आकर कहा, ''ये मेरी पत्नी है. इसके साथ बॉयफ्रेंड कल्लू और अंकुश पाठक भी थे, जो मौके से भाग गए. ये भी 6 महीने पहले भाग गई थी. दोनों युवकों के साथ मिलकर मुझे ब्लैकमेल कर रही थी. मेरी तीन एम्बुलेंस अपने नाम करवा ली और अब मकान मांग रही है. मेरी शिकायत पर सुनवाई नहीं हो रही. आरोप है कि नंदिनी ने पैसे ऐंठने के लिए अंकुश पाठक और कल्लू के नाम के शख्स की बातों में आकर अरविंद के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई.
नंदिनी की क्राइम कुंडली
पुलिस की पड़ताल में नंदिनी की भी आपराधिक कुंडली सामने आई. नंदिनी की पहली शादी गोटीराम केबट संग हुई थी. वह दतिया जिले के कैरोनाधार गांव का निवासी है. इसके बाद नंदिनी की दतिया के ही निमलेश जैन के साथ रहने लगी. नंदिनी और निमलेश के बीच विवाद बढ़े और उसने साल 2017 में अपने बॉयफ्रेंड संग मिलकर निमलेश की हत्या कर दी. इस मामले में नंदिनी करीब साढे चार साल जेल में रही. जेल से बाहर आने पर उसने छोटू और फिरोज खान के संग लिव-इन में रही.
इसके बाद नंदिनी की पहचान साल 2022-23 में पिछोर निवासी अरविंद परिहार उर्फ अरविंद ठाकुर (33) पुत्र राजेंद्र से हुई. अरविंद पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं, जो अपने दादा के साथ पिछोर में रहते हैं. वहीं नंदिनी का पहली शादी से हुआ एक 9 साल का बेटा है.
लिहाजा दोनों ही अपने-अपने परिवार को छोड़कर आर्य समाज मंदिर में दूसरी शादी कर चुके थे और ग्वालियर की ऑरेंजवुड सोसाइटी में पति-पत्नी बनकर रह रहे थे. अरविंद और नंदिनी करीब 3 साल साथ रहे, लेकिन फिर उनके बीच पैसों को लेकर झगड़े होने लगे. इसके बाद नंदिनी ने अरविंद पर सिरोल थाने में 3 और जीवाजी यूनिवर्सिटी थाने में एक केस दर्ज करवाया.
पिछले साल नंदिनी ने केस दर्ज करवाया कि अरविंद ने उसे कार से कुचलकर मारने की कोशिश की. पुलिस ने इस मामले में हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया. हालांकि कोर्ट में नंदिनी अपने बयान से पलट गई तो अरविंद को जमानत मिल गई. बाद में नंदिनी ने शपथ पत्र देकर कहा कि अरविंद से उसका राजीनामा हो गया तो अरविंद हत्या के केस से दोषमुक्त हो गया. जमानत पर बाहर आने के बाद आरोपी अरविंद और मृतक नंदिनी एक-दूसरे के संपर्क में थे. इस दौरान नंदिनी पर अरविंद की संपत्ति हथियाने और अपनी पत्नी को छोड़कर शादी करने का दबाव बनाने की बात सामने आई है.
नीरज चौधरी