मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दावा किया कि कांग्रेस ने हमेशा डॉ. बीआर आंबेडकर का 'अपमान' किया और उन्हें उनके जीवनकाल में कोई भी लोकसभा चुनाव जीतने नहीं दिया. भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के बाद यादव ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस को अपने 'पापों' के लिए माफी मांगनी चाहिए.
CM यादव ने दावा किया, "जब आंबेडकर का दिल्ली में निधन हुआ, तो कांग्रेस ने उनका अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया, जिससे उनकी पत्नी को उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए विमान से मुंबई (तब बॉम्बे) ले जाना पड़ा. कांग्रेस नेताओं ने उनकी पत्नी से विमान का किराया भी वसूला, जिस पर उनका पार्थिव शरीर ले जाया गया."
उन्होंने कहा, "कांग्रेस को अपने पापों के लिए माफी मांगनी चाहिए. इसने हमेशा अंबेडकर जी का अपमान किया है."
मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद के बीच आंदोलन की घोषणा करने के लिए भी कांग्रेस पर निशाना साधा. बता दें कि पिछले एक महीने से इस प्रतिमा की स्थापना का विरोध करने वाले वकीलों के एक समूह और इसका समर्थन करने वाले एक अन्य समूह के बीच खींचतान चल रही है.
राज्य कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि पार्टी इस महीने के अंत में आरएसएस-भाजपा द्वारा हाईकोर्ट के ग्वालियर पीठ परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने में पैदा की जा रही 'बाधाओं' के खिलाफ अभियान शुरू करेगी.
इस पर सीएम यादव ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि उसने राज्य में अपने 55 साल के शासन के दौरान महू में आंबेडकर की जन्मस्थली के लिए क्या किया? उन्होंने कहा कि इसने उनके जन्मस्थली को भी नजरअंदाज करने की कोशिश की.
CM यादव ने कहा कि कांग्रेस ने दीक्षाभूमि (नागपुर) के लिए कुछ नहीं किया और वे ग्वालियर की बात कर रहे हैं. आंबेडकर ने 1956 में दीक्षाभूमि में बौद्ध धर्म अपनाया था, जिससे यह उनके लाखों अनुयायियों के लिए एक पूजनीय स्थल बन गया.
मुख्यमंत्री ने कहा, "कांग्रेस ने हमेशा आंबेडकर जी का अपमान किया है. हमारे देशवासी, राज्य के लोग और सभी वर्ग कांग्रेस के झूठे दिखावे के बारे में जानते हैं." उन्होंने आरोप लगाया कि इस पुरानी पार्टी ने यह सुनिश्चित किया कि आंबेडकर अपने जीवनकाल में किसी भी चुनाव में विजयी न हों.
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में आंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर उठे विवाद पर यादव ने कहा, "मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के माननीय मुख्य न्यायाधीश ने एक कमेटी बनाई है. सरकार उस कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय का पालन करेगी. हमने पहले दिन से ही कहा है, पार्टी ने कहा है कि अंबेडकर के लिए हम जो भी कर सकते हैं, करेंगे."
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर आंदोलन की घोषणा करके कांग्रेस अंबेडकर, आपातकाल और अनुच्छेद 370 से जुड़े मुद्दों पर अपने 'पापों' को छिपाने की कोशिश कर रही है, जिसका आंबेडकर और मुखर्जी दोनों ने विरोध किया था. यादव ने कहा कि आंबेडकर के अनुच्छेद 370 के विरोध के बावजूद कांग्रेस ने इसे संविधान में शामिल किया.
उन्होंने दावा किया, आंबेडकर की आत्मा उस दिन रोई थी, जब पूरे जम्मू-कश्मीर के अनुसूचित जनजातियों को अनुच्छेद 370 के जरिए उनके अधिकारों से वंचित किया गया था. कांग्रेस ने आंबेडकर को उनके जीवित रहते हुए कोई भी लोकसभा चुनाव जीतने नहीं दिया."
सीएम यादव ने कहा, "मुखर्जी की मौत, जो कि एक स्पष्ट हत्या थी, के पीछे का सच देश के सामने नहीं आने दिया गया. इसलिए, यह कांग्रेस का इतिहास है."
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