VIT में हिंसक प्रदर्शन... CM मोहन यादव सख्त, कहा- मंत्री तुरंत यूनिवर्सिटी जाकर छात्रों से मिलें; खाने-पानी की जांच होगी

VIT यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में खाने और पानी की क्वालिटी खराब होने के कारण बड़ी संख्या में छात्र बीमार पड़ रहे हैं और उनमें पीलिया के लक्षण दिख रहे हैं. इसी मुद्दे को लेकर किया गया विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया.

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VIT कैंपस में हिंसक प्रदर्शन.(Photo:PTI) VIT कैंपस में हिंसक प्रदर्शन.(Photo:PTI)

aajtak.in

  • सीहोर ,
  • 27 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:35 PM IST

मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित वीआईटी (VIT) यूनिवर्सिटी में छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन और आगजनी की घटना पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से जिले की प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर को परिसर का दौरा करने और उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को निजी विश्वविद्यालयों की उच्च स्तरीय समीक्षा करने का निर्देश दिया है. 

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CM यादव ने 'X'  पर पोस्ट कर बताया, ''सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर को अविलंब परिसर का दौरा कर छात्र-छात्राओं व प्रबंधन से संवाद स्थापित करने और आवश्यक कदम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार को निजी विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की उच्च स्तरीय समीक्षा करने और छात्र हितों से जुड़ी समस्याओं की पहचान कर त्वरित निराकरण के निर्देश दिए गए हैं.

वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी विद्यार्थियों के भोजन-पानी से संबंधित समस्या को संज्ञान में लेकर त्वरित निराकरण करने के लिए निर्देशित किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों का हित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.''  

VIT कैंपस छात्रों का हिंसक प्रदर्शन
VIT यूनिवर्सिटी कैंपस में करीब 3000 से 4000 छात्रों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया. कॉलेज कैंपस और गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग लगा दी. छात्रों का दावा है कि हॉस्टल में खाने और पानी की क्वालिटी खराब होने के कारण बड़ी संख्या में छात्र बीमार पड़ रहे हैं और उनमें पीलिया के लक्षण दिख रहे हैं. 

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मंगलवार देर रात हुई आगजनी के दौरान चश्मदीदों और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार, एक बस, 2 चार पहिया वाहन, एक एंबुलेंस, हॉस्टल की खिड़कियों के शीशे, एक RO प्लांट और कैंपस के दूसरे हिस्सों को नुकसान पहुंचा.

 
सूचना मिलने के बाद आष्टा के सब-डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (SDOP) और कई पुलिस थानों से सुरक्षाकर्मी कॉलेज कैंपस पहुंचे. पुलिसकर्मियों ने स्टूडेंट्स के साथ डिटेल में बातचीत की, उनकी चिंताएं सुनीं और उन्हें समस्याओं को हल करने के लिए जरूरी कार्रवाई का भरोसा दिया. 

आष्टा SDOP आकाश अमलकर ने बताया कि कॉलेज और हॉस्टल कैंपस में हालात अभी कंट्रोल में हैं. कैंपस में काफी पुलिस फोर्स तैनात की गई है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है. इस बीच कॉलेज मैनेजमेंट ने 30 नवंबर तक छुट्टी घोषित कर दी है.

छात्रों ने फूंकी कार.

सीहोर के एसपी दीपक शुक्ला ने कहा कि हालात अभी नॉर्मल हैं. VIT ने 30 नवंबर तक छुट्टी घोषित कर दी है और कुछ स्टूडेंट्स घर लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि SDM और SDOP VIT के सभी हॉस्टल स्टूडेंट्स से उनकी समस्याओं और बीमार स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी के लिए एप्लीकेशन लेंगे.

मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रेसिडेंट जीतू पटवारी ने इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा. 'X' पर एक पोस्ट में उन्होंने दावा किया, "राज्य के सबसे बड़े एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन VIT में पीलिया बहुत फैल गया है. बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स भोपाल, आष्टा और सीहोर के हॉस्पिटल में भर्ती हैं. कई बच्चों के गंभीर रूप से बीमार होने की भी खबरें हैं. यह न केवल एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन की बल्कि सरकार और सिस्टम की भी नाकामी है." 

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पटवारी ने कहा कि अगर भारी फीस लेने के बावजूद संस्था बच्चों को बेसिक सुविधाएं, साफ पानी और शुद्ध खाना नहीं दे पाती है, तो इसे क्राइम माना जाना चाहिए.

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, "BJP सरकार बच्चों की आवाज दबाना चाहती है. कांग्रेस बच्चों के साथ इंसाफ के लिए लड़ेगी. हम अपना भविष्य बर्बाद नहीं होने देंगे."

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