AIIMS भोपाल में 37 साल का युवक ब्रेन डेड... हार्ट, 2 किडनी और 2 कॉर्निया से 5 मरीजों को दे गया नई जिंदगी

Aiims Bhopal: हार्ट 41साल के मरीज में ट्रांसप्लांट किया गया. जबकि एक किडनी का ट्रांसप्लांट एम्स भोपाल में 30 साल के मरीज में किया गया, दूसरी किडनी बंसल अस्पताल भेजी गई, साथ ही दो कॉर्निया से दो मरीजों को दृष्टि मिलेगी.

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प्रोटोकॉल के अनुसार दिया गया 'गार्ड ऑफ ऑनर' (Photo:ITG) प्रोटोकॉल के अनुसार दिया गया 'गार्ड ऑफ ऑनर' (Photo:ITG)

aajtak.in

  • भोपाल ,
  • 27 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST

AIIMS भोपाल ने एक बार फिर मानवता और परोपकार की मिसाल पेश की है. सिर में गंभीर चोट लगने के बाद एम्स में भर्ती 37 वर्षीय ब्रेन डेड मरीज के परिजनों ने अंगदान की सहमति दी, जिससे 5 मरीजों को नई जिंदगी मिली. 

मरीज का हार्ट 41 साल के मरीज में ट्रांसप्लांट किया गया. यह एम्स भोपाल का तीसरा सफल हार्ट ट्रांसप्लांट था. प्राप्तकर्ता वर्तमान में आईसीयू में हैं और उनकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है.

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वहीं, एक किडनी का ट्रांसप्लांट एम्स भोपाल में भर्ती 30 वर्षीय मरीज में किया गया, जबकि दूसरी किडनी शहर के बंसल अस्पताल भेजी गई. वहीं, दो कॉर्निया से दो मरीजों को दृष्टि प्रदान की जाएगी.

सरकार की ओर से बताया गया कि चूंकि यह मामला मेडिकोलीगल का था, इसलिए मृत्यु के कारण की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम जरूरी था. एम्स भोपाल के इतिहास में दूसरी बार पोस्टमार्टम की प्रक्रिया सीधे ऑपरेशन थियेटर (OT) में की गई.

अंगदान के बाद भोपाल के पुलिस दल और एम्स भोपाल की ओर से 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया. मुख्यमंत्री मोहन यादव के घोषित प्रोटोकॉल अनुसार, यह भावनात्मक क्षण समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता और सम्मान का प्रतीक बना. 

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