यौन संचारित संक्रमण (STI) एक ऐसी समस्या है जो यौन संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती है. एसटीआई की समस्या योनि, गुदा के जरिए एक से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर हो सकती है. यह समस्या पुरुषों से महिलाओं या महिलाओं से पुरुषों में आसानी से फैल सकती है. अधिकतर लोगों को एसटीआई की समस्या होने पर तेज जलन, प्राइवेट पार्ट में खुजली और यूरिन पास करते समय दर्द का एहसास होता है लेकिन इसके और भी लक्षण होते हैं जो दिखाई नहीं देते. ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय पर इसकी जांच कराएं.
कई लोगों में एसटीआई के कोई भी लक्षण नजर नहीं आते. एसटीआई की समस्या का समय पर पता ना लगने के कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं जैसे बांझपन, कैंसर आदि. आज हम आपको एसटीआई के कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका पता लगने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
एनल के आस-पास गांठ बनना- बहुत से लोग ऐसे हैं जो एनल के आसपास गांठ बनने को पाइल्स की समस्या समझ बैठते हैं. लेकिन आपको बता दें कि एनल के आस-पास गांठें एसटीआई की समस्या होने पर भी बन सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप इसकी पहले जांच कराएं ताकि इसका इलाज अच्छे से किया जा सके.
आंखे लाल और चिपचिपी होना- आंखों में रेडनेस और चिपचिपाहट को बहुत से लोग मौसमी संक्रमण समझ बैठते हैं लेकिन इस बात पर ध्यान देना भी काफी जरूरी है कि ये एसटीआई का लक्षण भी हो सकता है. यह लक्षण तब दिखाई देता है जब आप किसी एसटीआई संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं.
हेयर लॉस- एसटीआई एक ऐसी समस्या है जो आपको कभी भी हो सकती है. यह महीने में एक बार भी हो सकती है और कभी-कभी साल में एक बार भी. एसटीआई का एक लक्षण हेयर लॉस भी है. ये समस्या होने पर केवल सिर के बाल ही नहीं गिरते बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों से भी बाल गिरने लगते हैं जैसे आइब्रो, आईलैशेज, हाथ और पैर के बाल.
जोड़ों में दर्द- एसटीआई की समस्या से पीड़ित कुछ लोगों में जोड़ों का दर्द भी देखने को मिलता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्वॉइंट्स की लाइनिंग में कुछ एंटीजन होते हैं जो एसटीआई के बैक्टीरिया में भी पाए जाते हैं. एसटीआई होने पर ज्वॉइंट्स में सेप्टिक इंफेक्शन का सामना भी करना पड़ सकता है. इससे ज्वॉइंट्स में सूजन भी आ सकती है.
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