Fatty Liver Detox: आप रोज क्या खाते है और कितनी भागदौड़ करते हैं, इसका सीधा असर आपकी हेल्थ पर पड़ता है. ये वो चीजें हैं जो आपके शरीर के हर ऑर्गन पर असर डालती हैं. इन ऑर्गंस में किडनी से लेकर पेट तक शामिल है. सभी ऑर्गंस की तरह लिवर भी इन खान-पान और लाइफस्टाइल से सीधा-सीधा प्रभावित होता है. अगर ये बिगड़ा हुआ हो तो इसका असर ये होता है कि धीरे-धीरे आपका वही लिवर थक जाता है और उसके अंदर फैट जमा होने लगता है, जिसे लोग फैटी लिवर कहते हैं. ये बीमारी आज कल ज्यादातर लोगों को घेर रही है क्योंकि खानपान बिगड़ रहा है और सिटिंग जॉब्स के कारण फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो गई है. लेकिन अच्छी बात ये है कि हमारी किचन में मौजूद एक बहुत ही सस्ती और नॉर्मल सी चीज लिवर को राहत देने में मदद कर सकती है. वो क्या है? वो नींबू है.
अगर आप लगातार कुछ हफ्तों तक थोड़ा अनुशासन रखें, गलत चीजों से दूरी बनाएं और नींबू को सही तरीके से इस्तेमाल करें तो लिवर हल्का महसूस करने लगता है. ये कोई जादू नहीं, बल्कि एक सिंपल और नेचुरल डिटॉक्स है जिसे हर कोई अपना सकता है. कैसे? चलिए जानते हैं.
लिवर में क्यों भर जाता है फैट?
लिवर आपके शरीर की सफाई करने वाली मशीन है. लेकिन जब आप तला-भुना खाना, मीठी ड्रिंक्स, शराब या देर रात का खाना ज्यादा लेने लगते हैं, तो लिवर पर बोझ बढ़ जाता है. शुरुआत में समस्या समझ नहीं आती, लेकिन अंदर-ही-अंदर फैट जमा होने लगता है. शरीर थका-थका लगता है, पेट भारी रहता है और कई बार नींद भी ठीक नहीं आती.
क्या है नींबू डिटॉक्स?
नींबू में साइट्रिक एसिड और विटामिन सी होता है, जो लिवर की सफाई में मदद करते हैं. ये टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मददगार है और लिवर के सेल्स को एक्टिव करता है. कुछ हफ्तों तक नींबू वाला डिटॉक्स प्लान फॉलो करना कोई मुश्किल प्लान नहीं है बस लाइफस्टाइल में कुछ छोटे बदलाव करने की जरूरत होती है.
क्या करना होगा?
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़कर पीना इस डिटॉक्स का पहला और सबसे जरूरी हिस्सा है. इससे आपका डाइजेशन प्रोसेस एक्टिव हो जाती है और लिवर हल्का महसूस करता है. अगर आपको थोड़ा मीठा पसंद हो, तो एक चम्मच शहद डाल सकते हैं इससे शरीर को नेचुरल एनर्जी मिलती है और पेट भी शांत रहता है.
डिटॉक्स का मतलब भूखा रहना नहीं, बल्कि सही तरह से खाना है. कोशिश करें कि आप कम तेल वाला खाना खाएं, पैकेट वाले स्नैक्स और कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहें. अपनी हर मील में थोड़ा नींबू डालें. चाहे दाल हो, सब्जी हो, सलाद हो या सूप. इससे न सिर्फ स्वाद बढ़ेगा, बल्कि लिवर को सफाई का मौका भी मिलेगा.
एक्सरसाइज भी जरूरी
अगर आप रोज आधा घंटा हल्की वॉक, योग या स्ट्रेचिंग करें, तो लिवर ज्यादा एक्टिव होता है. पसीना निकलने से शरीर के टॉक्सिंस कम होते हैं और लिवर पर दबाव भी कम पड़ता है. इसके साथ ही नींद भी डिटॉक्स का जरूरी हिस्सा है. ऐसे में नींद पूरी करना भी बहुत महत्वपूर्ण है. रात में जागने से लिवर को आराम नहीं मिलता, जिससे समस्या बढ़ सकती है.
नोट: अगर आपको एसिडिटी, पित्त या पेट में जलन होने की समस्या है, तो ज्यादा नींबू आपके लिए सही नहीं है. लिवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को भी पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए. ये डिटॉक्स नेचुरल है पर किसी इलाज की जगह नहीं ले सकता.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क