आज के समय में दुनिया भर में ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी का ट्रेंड काफी बढ़ गया है. ब्रेस्ट इंप्लांट को मेडिकल की भाषा में मैमोप्लास्टी ऑग्मेंटेशन या ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन कहते हैं. इस सर्जरी के दौरान सिलिकॉन को ब्रेस्ट में इंप्लांट किया जाता है. 98 प्रतिशत तक सर्जरी सफल होती हैं. सिर्फ एक या दो प्रतिशत मामलों में ही कॉम्प्लेक्स देखने मिलते हैं. रिसर्च के मुताबिक, यूएस में हर 1 हजार महिलाओं में से 8.08 महिलाएं ब्रेस्ट इंप्लांट करा रही हैं. हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने 35 साल की उम्र में अपनी सेकेंड प्रेग्नेंसी के बाद ब्रेस्ट इंप्लांट कराया था लेकिन उसकी हालत ऐसी हो गई कि उसने इंप्लांट को निकलवा दिया और अब वह अच्छा महसूस कर रही है. सिलिकॉन इंप्लांट कराने का क्या कारण था? यह भी जान लीजिए.
कौन है यह महिला
35 साल की उम्र में ब्रेस्ट इंप्लांट करने वाली महिला का नाम डार्सी डेविस अलसोप (Darcy Davies-Alsop) है जो कि यूएसए की रहने वाली हैं. 35 साल की उम्र में उन्होंने फैसला किया था कि उन्हें ब्रेस्ट इंप्लांट कराना है. दरअसल, दूसरी प्रेग्नेंसी के बाद उनके ब्रेस्ट का साइज सामान्य से बेहद कम था. इसको देखते हुए उन्होंने यह फैसला किया था.
30 हजार डॉलर हुए खर्च
Insider के मुताबिक, डार्सी की करीब तीन सर्जरी हुई थीं. उन्होंने सेलाइन इंप्लांट को नौ साल और सिलिकॉन इंप्लांट को 3 साल तक रखने के बाद उन्होंने कुल 13 साल बाद ब्रेस्ट इंप्लांट निकलवाए थे. तीनों सर्जरी में करीब 23 लाख (30,000 डॉलर) का खर्च हुआ था.
3 सर्जरी हुईं
डार्सी डेविस के मुताबिक, उनके ब्रेस्ट की तीन सर्जरी हुई हैं. सबसे पहले उन्होंने सेलाइन इंप्लांट (Saline implants) कराया, जिसमें सेलाइन के अंदर सॉल्ट वॉटर भरा जाता है. इसके बाद उन्होंने नौ साल बाद सेलाइन को 210 सीसी सिलिकॉन से रिप्लेस करा लिया. फिर 3-4 साल बाद उन्होंने सिलिकॉन इंप्लांट को भी सर्जरी से निकलवा दिया.
ब्रेस्ट-इंप्लांट की बीमारी से हुआ नुकसान
डार्सी डेविस के मुताबिक, ब्रेस्ट इंप्लांट के बाद उनके जोड़ों में दर्द, अत्यधिक थकान और तेज सिर दर्द रहने लगा. इसके बाद 2020 में उन्होंने कई सारे कराए और फिर उनकी एक फ्रेंड ने बताया कि यह ब्रेस्ट इंप्लांट का साइड इफेक्ट हो सकता है. हालांकि उन्हें भी ऐसा लग रहा था लेकिन वह इस बारे में सोचना नहीं चाहती थीं कि उन्होंने जान-बूझकर अपने शरीर में जहर डाल लिया है जो उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है.
इसके बाद डार्सी कई ऑनलाइन फोरम में शामिल हुईं और ब्रेस्ट-इंप्लांट से होने वाली बीमारियों के बारे में रिसर्च शुरू कर दी. उन्हें शरीर में लगभग 15 साइड इफेक्ट दिख रहे थे. बस फिर क्या था उन्होंने ब्रेस्ट से सिलिकॉन को निकलवाने के लिए एक अच्छे सर्जन की तलाश शुरू की और 6 महीने बाद उनकी सर्जरी हुई. हालांकि सर्जरी के निशान अभी भी उनके ब्रेस्ट पर हैं लेकिन रिकवरी पूरी तरह हो चुकी है.
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