Health benefits of til ke ladoo: सफेद और काले तिल जिन्हें इंग्लिश में sesame seeds कहा जाता है, अपने आप में किसी सुपरफूड से कम नहीं हैं. तिल में प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, फाइबर और भरपूर मात्रा में ढेरों खनिज जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर, सेलेनियम, फॉस्फोरस पाए जाते हैं, साथ ही इसमें कई विटामिन बी जैसे B1, B6, नियासिन, थायमिन भी होते हैं. यही वजह है कि भारत में इसका इस्तेमाल लंबे समय से केवल भोजन ही नहीं औषधि के तौर पर भी होता आया है.
सर्दियों में जरूर खाएं तिल
सर्दियों के मौसम में खासतौर पर इनका सेवन काफी बढ़ जाता है. इस मौसम में तिल से बने लड्डू खाना भी एक परंपरा की तरह है. यह न केवल स्वाद में लाजवाब होते हैं, बल्कि सेहत के लिए किसी औषधि से कम नहीं हैं. तिल की तासीर गर्म होती है जो कड़ाके की ठंड में शरीर को भीतर से गर्माहट प्रदान करती है.
तिल के लड्डू खाने के फायदे
सर्दियों में तिल के लड्डू खाने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह हमारी हड्डियों को बहुत मजबूत बनाते हैं. तिल में कैल्शियम और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में होता है जो जोड़ों के दर्द और हड्डियों की कमजोरी को दूर करता है. इसमें मौजूद हेल्दी फैट्स हमारी त्वचा की नमी को बरकरार रखते हैं जिससे सर्दियों में त्वचा रूखी और बेजान नहीं होती.
इसके अलावा तिल और गुड़ का कॉम्बिनेशन शरीर में खून की कमी को पूरा करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिससे बार-बार होने वाली सर्दी-खांसी से बचाव होता है. यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखते हैं और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं.
तिल के लड्डू बनाने की विधि
2 कप सफेद/काले या फिर दोनों तरह के तिल
गुड़ (बारीक पिसा हुआ): 1.5 कप
देसी घी के 2 बड़े चम्मच
आधा छोटा चम्मच इलायची पाउडर
आधा कप मूंगफली या फिर बादाम (भुने और कुचले हुए)
बनाने का तरीका
1-लड्डू को बनाने के लिए सबसे पहले एक कड़ाही लें और उसमें तिल डालकर धीमी आंच पर भूनें. तिल को लगातार चलाते रहें ताकि वे जलें नहीं. जब तिल हल्के फूल जाएं और उनसे चटकने की आवाज आने लगे तो उन्हें एक प्लेट में निकाल लें.
2-अब उसी कड़ाही में एक चम्मच घी डालें और उसमें गुड़ डाल दें. धीमी आंच पर गुड़ को पिघलने दें. गुड़ को तब तक पकाएं जब तक उसमें झाग न उठने लगे. चाशनी तैयार है या नहीं, यह देखने के लिए एक कटोरी पानी में गुड़ की एक बूंद गिराएं. अगर वह जम जाए और हाथ से उठाने पर गोला बन जाए तो चाशनी तैयार है.
3-अब गैस बंद कर दें. चाशनी में भुने हुए तिल, इलायची पाउडर और कुचली हुई मूंगफली या बादाम की गिरी डालें. इस पूरे मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि गुड़ और तिल एक-दूसरे में पूरी तरह समा जाएं.
4-जब मिश्रण थोड़ा ठंडा हो जाए तो हथेलियों पर थोड़ा घी या पानी लगाएं. अब थोड़ा-थोड़ा मिश्रण लेकर गोल-गोल लड्डू बना लें. ध्यान रहे कि लड्डू मिक्सचर के गर्म रहते ही बनाने पड़ते हैं क्योंकि ठंडा होने पर यह जम जाता है. आपके पौष्टिक और स्वादिष्ट तिल के लड्डू बनकर तैयार हैं. इन्हें पूरी तरह ठंडा होने के बाद किसी बंद डिब्बे में भरकर रखें और सर्दियों में दूध के साथ खाएं.
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