सर्दियों में सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है और ऐसे समय में हमारी रसोई में मौजूद तिल के बीज किसी दवा से कम नहीं हैं. छोटा सा दिखने वाला ये बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. इनमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, फाइबर, विटामिन B और कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स पाए जाते हैं. इन्हें रोजाना खाने से न केवल इम्यूनिटी मजबूत होती है, बल्कि ओवरऑल हेल्थ बेहतर रहती है.
फोर्टिस वसंत कुंज के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. शुभम वत्स्य ने हाल ही में एक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने रोजाना तिल खाने से होने वाले फायदों के बारे में बताया है. डॉ. वत्स्य कहते हैं कि तिल हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. लेकिन इस बारे में बहुत कम लोगों को पता है. उनके अनुसार, सिर्फ 100 ग्राम तिल में लगभग 900 से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम होता है. इसके अलावा मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और जिंक जैसे जरूरी मिनरल्स भी मिलते हैं जो डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म दोनों के लिए जरूरी हैं.
हड्डियों और जोड़ों (जॉइंट) के लिए वरदान है ये बीज
डॉ. वत्स्य कहते हैं कि अक्सर पेरेंट्स इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि उनके बच्चे दूध नहीं पीते फिर उन्हें कैल्शियम कैसे मिलेगा. ऐसे में वे बच्चों के डाइट में तिल को शामिल करने की सलाह देते हैं. उनके अनुसार, तिल में नेचुरल कैल्शियम और कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं जो बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं.
डॉ. वत्स्य कहते हैं हड्डियों की मजबूती के लिए रोजाना 1 से 2 चम्मच तिल अपने खाने में मिला कर खाएं और साथ में हल्की धूप या विटामिन D सप्लीमेंट लें. इतना सा रूटीन आपकी हड्डियों को लंबे समय तक मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है. वे कहते हैं कि तिल काफी हेल्दी है लेकिन इसे कभी भी कच्चे न खाएं. कच्चे तिल में फाइटेट्स नाम का कंपाउंड होता है जो कैल्शियम के एब्जॉर्ब को रोक सकता है. इसलिए तिल को हल्का भूनकर या रातभर भिगोकर ही खाएं.
नोट: यह खबर सिर्फ जानकारी के लिए है अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेना न भूलें.
aajtak.in