कर्नाटक में सत्ता को लेकर चल रही खींचतान के बीच उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य को 'नए रूप, नई ताकत और नए बदलाव' की दिशा में ले जाने का वक्त आ गया है. साथ ही उन्होंने नेशनल हेराल्ड और यंग इंडिया से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से जारी समन को गलत बताते हुए इसे उत्पीड़न करार दिया.
डीके शिवकुमार ने शनिवार को दिए गए एक बयान में कहा, आइए हम सभी आने वाले दिनों में इस राज्य को एक नया स्वरूप, नई शक्ति और एक नया बदलाव देने के लिए तैयार हों. मानव जीवन स्थायी नहीं होता, लेकिन हमारे द्वारा छोड़ा गया काम स्थायी होता है. हमारे बुजुर्गों ने भी कहा है कि शब्दों में संयम होना चाहिए और कर्म सबसे आगे होने चाहिए.
'इंसान खाली हाथ आता है...'
उन्होंने कहा कि इंसान खाली हाथ इस दुनिया में आता है और खाली हाथ ही चला जाता है, लेकिन अपने कर्मों का बोझ वह साथ लेकर जाता है. उन्होंने सरकार के कामकाज का जिक्र किया और कहा कि आज उनकी सरकार कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर रही है और उन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत विरासत छोड़नी है.
'हम अवसरों का क्या करते हैं'
शिवकुमार ने कहा, ईश्वर ना तो वरदान देता है और ना ही श्राप, वो सिर्फ अवसर देता है. हम उन अवसरों का क्या करते हैं, यही सबसे ज्यादा मायने रखता है. हमारा जन्म हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन अपने लक्ष्य हासिल करना पूरी तरह हमारे हाथ में है. और यही काम हमारी सरकार आगे बढ़ा रही है.
ईडी के समन पर क्या बोले शिवकुमार
इसी बीच, नेशनल हेराल्ड और यंग इंडिया को दिए गए डोनेशन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समन को लेकर डीके शिवकुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी. बेंगलुरु के सदाशिवनगर स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि ED उन्हें और उनके समर्थकों को जानबूझकर परेशान कर रही है.
उन्होंने कहा, ED ने नेशनल हेराल्ड और यंग इंडिया को डोनेशन देने के आरोप में समन भेजा है. हमें प्रताड़ित किया जा रहा है. यह सही नहीं है और मैं इसकी निंदा करता हूं.
डीके शिवकुमार ने कहा कि वे शुरुआत से ही जांच में सहयोग कर रहे हैं और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब कोई आपराधिक शिकायत दर्ज ही नहीं हुई थी तो इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने की जरूरत क्यों पड़ी.
उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें और उनके भाई डीके सुरेश को 19 दिसंबर तक जानकारी देने का निर्देश दिया है. हम पहले भी इसका जवाब दे चुके हैं. एक बार फिर समन भेजा जाना चौंकाने वाला है. यह पूरी कार्रवाई का मकसद सिर्फ और सिर्फ सोनिया गांधी और राहुल गांधी के समर्थकों को डराना और परेशान करना है. उन्होंने कहा कि वे नियमित तौर पर टैक्स देते हैं और अपनी कमाई को कहीं भी डोनेशन देने का उन्हें अधिकार है.
डीके शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि उन्होंने नेशनल हेराल्ड और यंग इंडिया को डोनेशन उस समय दिया था, जब ये कांग्रेस से जुड़ी संस्थाएं मुश्किल दौर से गुजर रही थीं. उन्होंने कहा कि वे एक कांग्रेसी हैं और इसलिए अपने ट्रस्ट के जरिए इन संस्थाओं की मदद की थी. उनके अनुसार, उनके भाई डीके सुरेश ने भी सांसद रहते हुए कुछ दान किया था. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को नोटिस जारी किया गया है और अब वे नोटिस की कानूनी समीक्षा कर आगे की रणनीति तय करेंगे.
सगाय राज