और अब एक ऐसी कहानी जिसे देखे और सुने बगैर आप उसकी गहराई का अंदाजा नहीं लगा सकते. 30 साल के बेटे की शवयात्रा को एक मां ने संगीत के समारोह में बदल दिया. आगे-आगे बेटे की लाश जा रही थी और दर्द से बिलखती हुई मां गाए जा रही थी. चोला माटी के राम. कहानी छत्तीसगढ़ की है.