उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बीच हुए पंचायत चुनाव को लेकर कई सवाल उठे, लेकिन सबसे ज्यादा सवाल चुनाव में शिक्षकों की हुई मौत पर हुए. दरअसल, उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पंचायत चुनाव कराए गए जिसमें राज्य के शिक्षकों को ड्यूटी पर तैनात किया गया. शिक्षक संघ का दावा है कि चुनाव ड्यूटी के दौरान उसके 1600 से अधिक कर्मचारियों की मौत हो गई. इस पर बहुत शोर मचने के बाद सरकार ने पंचायत चुनाव में कोरोना के कारण जान गंवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को मुआवजा देने का ऐलान किया. लेकिन कागजी कार्रवाई में फंसने के कारण एक शिक्षक का परिवार अभी भी मदद के इंतज़ार में है. देखिए अभिषेक मिश्र की ये रिपोर्ट