वसीम रिजवी ने बनाई राम मंदिर पर फिल्म, सोमवार को आएगा ट्रेलर

बयानों को लेकर विवादित रहने वाले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैय्यद वसीम रिजवी अयोध्‍या राममंदिर पर एक फिल्म बनाने जा रहे हैं.

Advertisement
सैय्यद वसीम रिजवी(फाइल) सैय्यद वसीम रिजवी(फाइल)

राहुल झारिया / कुमार अभिषेक

  • नई दि‍ल्‍ली,
  • 17 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:53 PM IST

बयानों को लेकर विवादित रहने वाले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैय्यद वसीम रिजवी ने अयोध्‍या में राम मंदिर पर एक फिल्म बनाई है. सोमवार को रिजवी इस फिल्‍म का पोस्टर और ट्रेलर रिलीज करने जा रहे हैं. आशंका जताई जा रही है कि फिल्म के कई दृश्य विवाद पैदा कर सकते हैं. वहीं, फिल्म के पोस्टर को लेकर भी बवाल हो सकता है.

Advertisement

रिजवी की इस फ़िल्म का फिलहाल ट्रेलर और पोस्टर रिलीज होगा, जबकि जनवरी में ये फ़िल्म रिलीज़ हो सकती है. सोमवार को मूवी  ट्रेलर के रिलीज होने के वक्त फ‍िल्म के डायरेक्टर और दूसरे प्रोड्यूसर भी मौजूद रहेंगे.

बताया जाता है कि फिल्‍म में कारसेवकों पर गोली चलाने और विवादित ढांचा विध्वंस से जुड़े सीन भी होंगे. बता दें कि वसीम रिजवी लगातार इस बात की मुहिम चला रहे हैं कि अयोध्या में विवादित जगह पर राम मंदिर बनना चाहिए मस्जिद को वहां से दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए.   

वसीम रिजवी ने इसी साल के नवंबर महीने की शुरुआत में पीएम मोदी को एक बार फिर पत्र लिखा था. रिजवी ने दोहराया है कि बाबरी मस्जिद की जगह पर राम मंदिर बने. इसके अलावा बाबरी मस्जिद से बाबरी नाम हटाकर लखनऊ में अमन की मस्जिद बनाई जाए.

उन्होंने कहा कि इस मस्जिद को किसी राजा या शासक के नाम पर रखने के बजाए मस्जिद-ए-अमन नाम रखा जाए. रिजवी ने अपनी तरफ से समझौते की कॉपी पीएम मोदी को भी भेजी है. रिजवी ने अयोध्या विवाद का समझौते का हल निकालने के लिए पिछले साल एक मसौदा तैयार किया था, जिसे उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जमा किया था.

Advertisement

बता दें कि समझौते में रिजवी ने कहा है कि विवादित जमीन पर भगवान श्रीराम का मंदिर बने ताकि हिन्दू और मुसलमानों के बीच का विवाद हमेशा के लिए खत्म हो और देश में अमन कायम हो सके.

शिया वक्फ बोर्ड ने कहा था कि इस मसौदे के तहत मस्जिद अयोध्या में न बनाई जाए, बल्कि उसकी जगह लखनऊ में बनाई जाए. इसके लिए पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद में घंटा घर के सामने शिया वक्फ बोर्ड की जमीन है, जिस पर मस्जिद बनाई जाए और इसका नाम इसका नाम किसी मुस्लिम राजा या शासक के नाम पर न होकर 'मस्जिद-ए-अमन' रखी जाए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement