उत्तर प्रदेश के फिरोज़ाबाद, आगरा और अन्य कुछ जिलों में बुखार का कहर तेज़ी से बढ़ रहा है. कई लोगों की अबतक जान जा चुकी है, इस बीच पुष्टि की गई है कि अधिकतर लोगों की जान डेंगू के कारण गई है. डेंगू का D2 स्ट्रेन इन जिलों में अपना खौफ दिखा रहा है, जो प्रशासन के लिए चिंता का सबब बना है. ये स्ट्रेन कितना खतरनाक है, इस बारे में समझिए.
ICMR ने लोगों को चेताया
ICMR के डॉक्टर बलराम भार्गव ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में अधिकतर मौतें डेंगू के D2 स्ट्रेन की वजह से हुई हैं. ICMR द्वारा जो स्टडी की गई है उसमें फिरोजाबाद, आगरा और मथुरा में कई मौतों का कारण ये बना है, इस स्ट्रेन के कारण रक्त रिसाव होता है जो जानलेवा साबित हुआ है.
ICMR ने सभी लोगों से अपील की है कि ये बारिश का सीजन है, ऐसे में कहीं पर पानी जमा ना होने दें. आसपास साफ-सफाई रखें, ताकि मच्छर इकट्ठे ना हो सकें.
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इंटरनल ब्लीडिंग होती है खतरनाक
अगर डेंगू के D2 स्ट्रेन की बात करें तो एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डेंगू का DENV2 स्ट्रेन इसके किसी भी रूप का खतरनाक हिस्सा है, जो कई बीमारी को गंभीर बनाने का काम करता है. डेंगू की बीमारी को चार स्ट्रेन में बांटा गया है, जिसमें डी-2 किसी भी बीमार व्यक्ति में रक्त रिसाव को बल देता है.
डी2 तब और भी खतरनाक हो जाता है जब इंटरनल ब्लीडिंग शुरू होती है और दूसरी तरफ प्लेटलेट्स की काउंट कम होने लगती है. इस कमजोरी के कारण बीमार व्यक्ति के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं, जिसकी वजह से मौत के आसार अधिक बनते हैं.
फिरोजाबाद-मथुरा-आगरा में बरपा कहर
गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में वायरल फीवर के कारण हाहाकार मचा है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मथुरा जिले में ही वायरल फीवर और डेंगू के कारण 15 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. अलग-अलग अस्पतालों में 300 से अधिक लोगों को भर्ती कराया गया, कुछ को अस्पताल से छुट्टी मिली है.
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