UP: पिंजरे में कैद हुआ अयोध्या कैंटोंनमेंट एरिया में घूम रहा तेंदुआ, महीनेभर तक फॉरेस्ट की टीम को छकाता रहा

बीते जुलाई महीने में अयोध्या के कैंटोनमेंट एरिया में बार-बार तेंदुए के देखे जाने की खबरें सामने आई थीं. लोगों की बताई गई जगहों पर वन विभाग की टीम ने जंगली जानकवर की मौजूदगी जानने के लिए फुट प्रिंट की जांच की. पूरे एरिया को चार हिस्सों ने बांटकर वन विभाग की 4 टीमों ने चौबीसों घंटे निगरानी की.

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अयोध्या कैंटोनमेंट एरिया से पकड़ा गया तेंदुआ अयोध्या कैंटोनमेंट एरिया से पकड़ा गया तेंदुआ

बनबीर सिंह

  • अयोध्या,
  • 29 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 9:40 PM IST

यूपी के अयोध्या स्थित डोगरा रेजिमेंटल एरिया में पिछले एक महीन से घूम रहा तेंदुआ वन विभाग की टीम की पकड़ में आ ही गया. आर्मी हेलीपैड ग्राउंड के पास ईटीआर रेंज में लगाए गए ट्रैप में तेदुआ फंस गया. तेंदुए के पकड़े जाने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उसका अच्छे से परीक्षण किया. जिसके बाद तेंदुए को श्रावस्ती जनपद के सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग भेज दिया गया.

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दरअसल, बीते जुलाई महीने में अयोध्या के कैंटोनमेंट एरिया में बार-बार तेंदुए के देखे जाने की खबरें सामने आई थीं. लोगों की बताई गई जगहों पर वन विभाग की टीम ने तेंदुए की मौजूदगी जानने के लिए उसके फुट प्रिंट की जांच की. पूरे कैंटोनमेंट एरिया को चार हिस्सों ने बांटकर वन विभाग की 4 टीमों ने चौबीसों घंटे निगरानी की. 

अयोध्या कैंटोनमेंट एरिया की कई जगहों पर कैमरे लगाए गए. कैमरे में तेंदुए के मूवमेंट को कैद किया गया. जिसके बाद उसके मूवमेंट वाले इलाकों में तीन पिंजरे लगाए गए थे. काफी दिनों की मशक्कत के बाद अंततः तेंदुआ टीम की पकड़ में नहीं आ रहा था लेकिन सोमवार सुबह जानवर एक पिंजरे में फंस गया.

तेंदुए के पकड़े जाने के बाद उसका लखनऊ और अयोध्या के डॉक्टरों ने उसका अच्छे से परीक्षण किया गया. यह सुनिश्चित किया कि वह पूरी तरह स्वस्थ है और उसे कहीं भी वन प्रभाग में छोड़ा जा सकता है. डॉक्टरों ने अपनी जांच रिपोर्ट को वन विभाग को सौंपा. पकड़े गए तेंदुए के पिंजरे को क्रेन की मदद से वाहन पर रखकर उसे वन विभाग की टीम की देखरेख में सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग भेज दिया गया.

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अयोध्या वन विभाग के उप प्रभागीय अधिकारी के एन सुधीर का कहना है कि हीने भर के बाद तेंदुआ पकड़ में आ गया है. कैंटोनमेंट एरिया में रहने के दौरान तेंदुए ने किसी भी बच्चे या आदमी पर हमला नहीं किया. इससे यह तो साबित होता है कि वो आदमखोर नहीं हुआ.

उन्होंंने यह भी कहा कि तेंदुआ इस दौरान कई बार टीम की पकड़ में आते-आते रह गया. एक बार तो 50 फीट की दूरी पर आकर भी वह  टीम की पकड़ में नहीं आ सका था. तेंदुआ थोड़ा चालाक माना जाता है लेकिन सोमवार रात करीब तीन बजे मीरन घाट वाले केज में वह कैद हो गया. तेंदुए को पकड़ने के लिए डब्लूडीआई टीम की भी मदद ली गई थी.

 

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