गाजियाबाद कांड: सामने आए सपा नेता उम्मेद पहलवान, कहा- मैं फरार नहीं, मुझे फंसाया जा रहा

गाजियाबाद मारपीट विवाद में जिस स्थानीय नेता उम्मेद पहलवान की पुलिस को तलाश है, उन्होंने अब आजतक से खास बातचीत की है. उम्मेद का आरोप है कि उन्हें फर्जी तरीके से इस मामले में फंसाया गया है.

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स्थानीय सपा नेता उम्मेद पहलवान की पुलिस को है तलाश स्थानीय सपा नेता उम्मेद पहलवान की पुलिस को है तलाश

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2021,
  • अपडेटेड 2:52 PM IST
  • समाजवादी पार्टी नेता उम्मेद पहलवान का बयान
  • मुझे फर्जी तरीके से फंसाया गया: उम्मेद पहलवान
  • पुलिस कर रही है उम्मेद पहलवान की तलाश

गाजियाबाद मारपीट कांड में अब पुलिस को समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता उम्मेद पहलवान की तलाश है. उम्मेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इस बीच उम्मेद पहलवान ने आजतक से खास बातचीत की है और कहा है कि उनपर फर्जी मुकदमा दर्ज कर फंसाया जा रहा है. 

उम्मेद पहलवान ने कहा कि मैं कहीं पर भी छुपा हुआ नहीं है, मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है. उम्मेद पहलवान ने आरोप लगाया कि मैंने एक बुजुर्ग की मदद की, लेकिन लोनी के बीजेपी विधायक ने मुझपर फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया. 

घटना के वक्त मैं दिल्ली में था: उम्मेद
घटना की जानकारी देते हुए उम्मेद ने बताया कि मैं सिर्फ बुजुर्ग को लेकर थाने गया और शिकायत करवाई, लेकिन मुझपर फर्जी तरह से केस दर्ज किया गया. जब पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया, तो मुझे फेसबुक लाइव आना पड़ा. जिस दिन घटना हुई, मैं दिल्ली में था.  

मामले के राजनीतिकरण को लेकर उम्मेद पहलवान ने कहा कि मैंने फेसबुक लाइव आने पर किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया. मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है, बीजेपी विधायक नंद किशोर मेरा कत्ल करवा सकते हैं. 

स्थानीय नेता उम्मेद पहलवान ने कहा कि अगर कप्तान साहब मुझे बुलाएंगे, तो मैं आने के लिए तैयार हूं. मैं भागने वाला नहीं हूं, भ्रष्ट पुलिसवालों ने शिकायत को बदल दिया. प्रवेश गुर्जर ने 72 साल के बुजुर्ग की पिटाई की गई.   

इस मामले में पुलिस का एक्शन जारी 
गौरतलब है कि गाजियाबाद मामले में पुलिस ने उम्मेद पहलवान के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोप है कि उम्मेद ने फर्जी तरह से कहानी गढ़ी और बुजुर्ग के साथ फेसबुक लाइव कर दिया. पुलिस द्वारा केस दर्ज किए जाने के बाद से ही उम्मेद फरार हैं और अब पुलिस को उनकी तलाश है. 

आपको बता दें कि गाजियाबाद के लोनी इलाके का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ युवक एक बुजुर्ग की पिटाई कर रहे थे. इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर गलत तरीके से इसे सांप्रदायिक रंग दिया है. पुलिस ने अबतक इस मामले में ट्विटर समेत कई लोगों पर केस दर्ज किया है. 
 

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