फसल बर्बाद, घरों में पानी, दाह संस्कार के लिए भी जमीन नहीं... यूपी के इन जिलों में बाढ़ का कहर

Flood Situation in UP: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इन दिनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, चंदौली, बांदा, जालौन, औरेया, मिर्जापुर में नदियों ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. फिलहाल स्थिति पर प्रशासन ने नजर बना कर रखा है. लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है.

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Flood Situation in UP Flood Situation in UP

कुमार अभिषेक / उदय गुप्ता

  • प्रयागराज/वाराणसी/चंदौली/इटावा/औरैया/मिर्ज़ापुर/जालौन/हमीरपुर,
  • 27 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST

Flood Situation in UP: उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना, चंबल, बेतवा और केन सहित कई नदियां उफान पर हैं. इनके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, चंदौली, बुंदेलखंड का बांदा, जालौन, हमीरपुर, महोबा, इटावा में नदियों के बढ़ते जलस्तर से लोग दहशत में हैं.

बांदा मे यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं प्रयागराज, वाराणसी और गाजीपुर में गंगा नदी उफान पर है और खतरे के निशान को पार कर गई है. बाढ़ का पानी रिहायाशी इलाकों में घुस गया है. लोग पलायन करने को मजबूर हैं. 

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प्रयागराज में डेंजर लेबल पार, बाढ़ से मचा हाहाकार
प्रयागराज गंगा और यमुना दोनों नदियां उफान पर हैं. दोनों नदियां डेंजर लेवल को पार कर चुकी हैं और अब जबरदस्त तबाही मचाने लगी हैं. नदियों में आए उफान की वजह से अकेले शहरी इलाके के तीन दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है. एनडीआरएफ ने बाढ़ में फंसे 30 से ज्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.

कई जगहों पर तो मकानों की पूरी एक मंजिल तक डूब गई है. अब तक करीब 2700 लोग 14 बाढ़ राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं. ऐसे में गंगा और यमुना नदियां 86 मीटर का लेवल पार कर सकती हैं. डीएम ने बाढ़ में फंसे लोगों से अपील की है कि समय रहते सभी लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.

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वाराणसी में उफान पर गंगा, घाट किनारे मंदिर और श्मशान डूबे
वाराणसी में गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है. वाराणसी में खतरे का निशान 71.26 मीटर है. जिसको बीती देर रात 12:00 बजे की फ्लड रिपोर्ट में ही गंगा ने पार कर लिया था और 71.29 मीटर पर पहुंच गई थी. लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक गंगा खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर यानी 71.46 मीटर के भी ऊपर पहुंच गई है. गंगा में लगातार जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है.

ज्यादातर तटीय इलाकों और घाट किनारे रहने वालों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. कई घाटों पर गंगा सड़कों और गलियों तक पहुंच गई है. इन गलियों में नाव चलते देखा जा रहा है. इनमें अस्सी घाट मणिकर्णिका घाट भी शामिल है. श्मशान घाट हरिश्चंद्र पर दाह संस्कार गलियों में शुरू हो चुका है. वहीं महाश्मसान मणिकर्णिका घाट पर बने ऊंचे मचान पर बने 10 चूल्हों पर दाह संस्कार किया जा रहा है.

वाराणसी के तमाम निचले इलाकों में बनी बस्तियों और कालोनियों में भी गंगा और वरुणा का पानी घुस चुका है. स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी पूरी कर ली है. जिसको देखते हुए 40 मेडिकल टीम का गठन हो चुका है बाढ़ राहत शिविरों में 11 टीमें सक्रिय हैं.

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चंदौली में गंगा नदी उफान पर दर्जनों गांवों मे घुसा पानी 
वाराणसी से सटे चंदौली में भी गंगा नदी उफान पर है. गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसके चलते तटवर्ती इलाकों के लगभग दो दर्जन से ज्यादा गांवों में पानी घुसने लगा है. नियमताबाद, चहनियां और धानापुर ब्लाक के दर्जनों गांव गंगा के बाढ़ के पानी के चपेट में आ गए हैं. बाढ़ का पानी अब गलियों में घुसने को बेकरार है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से तमाम तैयारियां की जा रही हैं.

बाढ़ चौकियों को एक्टिवेट कर दिया गया है और राजस्व विभाग की टीमें लगातार भ्रमण कर रही हैं. यही नहीं जिलाअधिकारी और आला अफसर भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का लगातार दौरा कर रहे हैं और हालात पर नजर रख रहे हैं. आशंका जताई जा रही है कि अगर गंगा का जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा तो बहुत जल्द चंदौली के कई दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाएगा.

इटावा में चंबल और यमुना के जलस्तर बढ़ने से आधा सैकड़ा गांव प्रभावित
इटावा जनपद चंबल नदी और यमुना नदी क्षेत्र से सटा हुआ है. फिलहाल यहां चंबल नदी उफान पर है. खतरे का निशान 120 प्वाइंट पर है लेकिन इस वक्त चंबल नदी 8 मीटर ऊपर 129 प्वाइंट पर बह रही है. इतना अधिक पानी बढ़ने से जनपद की चकरनगर तहसील और बढ़पुरा का क्षेत्र प्रभावित हो गया है. चकरनगर तहसील के अंतर्गत लगभग तीन दर्जन गांव बाढ़ से प्रभावित है.

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दो दर्जन गांव की अंदर घनी बस्तियों में पानी प्रवेश कर गया है. लगभग पानी की ऊंचाई 7 से 8 फुट की ऊंचाई पर बह रहा है. गांव की गलियों में नाव दिख रही है. नाव से ही लोगों का आना जाना हो पा रहा है. मुख्य मार्ग में भी पानी भरने से लगभग 3 दर्जन से अधिक गांव संपर्क मार्ग डूब चुके हैं जो पूरी तरह से मुख्यालय से कट गए हैं. जिला प्रशासन लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सुविधाएं पहुंचाने के दावे कर रहा है. पूरी तरह से आवागमन बंद हो चुका है. हजारों एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई है. बाजरा, तिल, अरहर की फसल नष्ट हो गई है.

औरैया में 15 गांव में बाढ़ का पानी 
औरैया जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है जहां 15 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. स्थिति प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बराबर नजर रखी जा रही है जहां उनके लिए खाद्य सामग्री बराबर मुहैया कराई जा रही है.

मिर्ज़ापुर में बाढ़ का कहर,दर्जनों गांव प्रभावित
उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में गंगा के बाढ़ का पानी दर्जनों गांवों में घुसने लगा है. गंगा खतरे के निशान के करीब बह रही है. बाढ़ कि वजह से सदर तहसील और चुनार तहसील के दर्जनों ग़ांव प्रभावित है. बाढ़ का पानी तेजी से ग़ांव में आबादी वाले इलाकों में  घुसने लगा है. बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान गंगा के तराई में खेती करने वाले किसानों को उठाना पड़ा है. ग्रामीण राजकुमार का कहना है कि लाखों रुपये की सब्जियों की फसल बाढ़ की चपेट में आकर बर्बाद हो चुकी हैं.

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जालौन बाढ़ का रौद्र रूप, दर्जनों गांव में घुसा बाढ़ का पानी
जालौन इस समय भयानक बाढ़ की चपेट में है.यमुना के साथ पहुज और सिंध नदी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. लोग ऊंचे इलाकों में तंबू लगाकर दिन रात काट रहे हैं. सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो गई है. सरकारी मदद और सर्वे लगातार जारी है.

हमीरपुर में यमुना और बेतवा खतरे के निशान के पार 
UP के हमीरपुर जिले में बीते 40 सालों का रिकार्ड तोड़ते हुए बाढ़ की विभीषिका ने भारी तबाही मचाई हुई है. यमुना और बेतवा नदिया खतरे के निशान से चार -चार मीटर ऊपर बह कर भारी तबाही मचा रही है. यमुना ने इतना विकराल रूप लिया की तटबंध के ऊपर से ओवरफ्लो हो गई. बाढ़ का पानी नेशनल हाइवे के ऊपर से गुज़र रहा है. जिसके साथ ही हमीरपुर में हैवी वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है. प्रशासन ने मुनादी कराते हुए लोगों से ऊंचे इलाकों में जाने की अपील की है. 

(प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव, वाराणसी से रोशन जायसवाल,मिर्जापुर से सुरेश सिंह, जालौन से अलीम सिद्दीकी, इटावा से अमित तिवारी, हमीरपुर से नाहिद अंसारी और औरैया से सूर्या शर्मा के इनपुट के साथ)

 

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