उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सतपुरा गांव में पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री में मंगलवार सुबह धमाका हो गया. धमाके की आवाज सुनकर मजदूरों में भगदड़ मच गई, जिसमें दो कर्मचारी घायल हो गए. इसी धमाके को लेकर पुलिस प्रशासन ने पटाखा फैक्ट्रियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. तय मानकों के विपरीत चल रही एक पटाखा फैक्ट्री को सीज किया गया.
दरअसल, सहारनपुर में एक महीने के अंदर दो पटाखा फैक्ट्रियों में तेज धमाके हुए. इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी. आज एक बार फिर बिहारीगढ़ इलाके में पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ. उसके बाद प्रशासन ने जिले की सभी पटाखा फैक्ट्रियों की जांच शुरू कर दी. डीएम और एसएसपी के निर्देशों के बाद सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ (CO) ने थाना कुतुबशेर इलाके में स्थित कई पटाखा फैक्ट्रियों पर छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान फोरेंसिक टीम भी साथ थी. टीम ने फैक्ट्रियों में बन रहे पटाखों में प्रयोग किए जाने वाले बारूद व केमिकल के सैंपल लिए. उन्हें जांच के लिए लैब में भेजा गया. छापेमारी के दौरान रामगढ़ में स्थित एक फैक्ट्री में प्रतिबंधित चीज भी मिली. सिटी मजिस्ट्रेट ने वहां से सैंपल लेकर फैक्ट्री को सीज कर दिया. कुछ फैक्ट्रियों में नाबालिग बच्चे और महिलाएं भी काम करते दिखाई दिए.
सहारनपुर के सिटी मजिस्ट्रेट विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि यह अभियान जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर चलाया गया था. इस दौरान सीओ साहब और थाना कुतुबशेर की टीम के साथ फैक्ट्रियों की जांच की गई. जो चीजें प्रतिबंधित है, वह भी इस्तेमाल किया जा रहा है. फैक्ट्री को सील कर दिया गया है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अनिल कुमार भारद्वाज