निर्भया की मां बोलीं- राहुल गांधी की मदद से ही मेरा बेटा पायलट बना

मेल टुडे से बात करते हुए उन्होंने बताया कि हादसे के बाद उनका पूरा परिवार टूटा हुआ था. लेकिन निर्भया का भाई अपने लक्ष्य से नहीं भटका, उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने ना सिर्फ उनकी शिक्षा को स्पोन्सर किया बल्कि वह लगातार उसे फोन करके मोटिवेट करते थे. 

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो) कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)

मोहित ग्रोवर

  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:23 AM IST

2012 में राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप केस ने पूरे देश को झकझोर दिया था. निर्भया की मां आशा देवी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का शुक्रिया अदा किया है. आशा देवी का कहना है कि निर्भया का भाई आज अगर पायलट है तो वह राहुल गांधी की वजह से ही है.

मेल टुडे से बात करते हुए उन्होंने बताया कि हादसे के बाद उनका पूरा परिवार टूटा हुआ था. लेकिन निर्भया का भाई अपने लक्ष्य से नहीं भटका, उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने ना सिर्फ उनकी शिक्षा को स्पोन्सर किया बल्कि वह लगातार उसे फोन करके मोटिवेट करते थे.  

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निर्भया की मां ने मेल टुडे को बताया कि राहुल ने लगातार उसे सलाह दी और अपने लक्ष्य का पीछा करने को कहा. जब राहुल को पता लगा कि वह आर्मी ज्वाइन करना चाहता है तो राहुल ने ही उसे सलाह दी कि वह स्कूल खत्म होने के बाद पायलट की ट्रेनिंग करे. जब निर्भया के साथ वह भीषण हादसा हुआ था, उस दौरान उसका भाई 12वीं क्लास में पढ़ता था.  

2013 में सीबीएसई की परीक्षा देने के बाद उसने रायबरेली की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी में एडमिशन ले लिया. जिसके बाद वह रायबरेली ही शिफ्ट हो गया, उसे वहां काफी मुश्किल आई. उसके बावजूद भी वह पीछे नहीं हटा. अपनी 18 महीने की ट्रेनिंग के दौरान वह लगातार निर्भया केस से जुड़े हुए अपडेट ले रहा था, इसी बीच राहुल उससे फोन पर बात करते थे. इस दौरान राहुल ने उन्हें कभी भी क्विट ना करने की बात कही.

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निर्भया की मां बोलीं कि अब उसकी पढ़ाई खत्म हो गई है और गुरुग्राम में ट्रेनिंग चल रही है. वह जल्द ही प्लेन उड़ाएगा. उन्होंने बताया कि राहुल के अलावा उनकी बहन प्रियंका ने भी कई बार उससे फोन पर बात की और उसका हाल चाल जाना.

आपको बता दें कि निर्भया केस के सभी आरोपियों पर रेप और मर्डर का चार्ज लगा है. एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई थी. वहीं बाकि के चार आरोपियों को फांसी की सजा दी गई थी. एक नाबालिग आरोपी को तीन साल के लिए सुधार प्रक्रिया में भेजा गया था.

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