'भारत के भगवान ने मुझे बचाया', गोवा आग में बची कजाख की डांसर की कहानी

गोवा के एक नाइटक्लब में लगी भयानक आग में 26 लोगों की मौत हो गई, लेकिन कजाखिस्तान की डांसर क्रिस्टीना मौत के मुंह से बाल-बाल बच गईं. वह जिस कमरे में जाने वाली थीं, वहां आग फैल चुकी थी. एक टीम मेंबर ने उन्हें रोक लिया. क्रिस्टीना ने कहा मेरे लिए वही भारतीय देवता हैं, उन्होंने मेरी जान बचाई.

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गोवा क्लब में मौत से बाल-बाल बची कजाख डांसर क्रिस्टीना (Images: India Today/Social Media) गोवा क्लब में मौत से बाल-बाल बची कजाख डांसर क्रिस्टीना (Images: India Today/Social Media)

aajtak.in

  • गोवा ,
  • 08 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:28 PM IST

गोवा के प्रसिद्ध नाइटक्लब Birch by Romeo Lane में लगी भीषण आग ने देशभर को हिला दिया. इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इन्हीं बचे हुए लोगों में एक नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है. कजाखिस्तान की पेशेवर बेली डांसर हैं क्रिस्टीना. हादसे से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें क्रिस्टीना का परफॉर्मेंस और आग लगते ही वहां फैली अफरा-तफरी साफ दिखाई देती है. लेकिन इन सबके बीच क्रिस्टीना की कहानी सबसे ज्यादा दिल छू लेने वाली है, क्योंकि वह मौत के बिल्कुल करीब पहुंच चुकी थीं.

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क्रिस्टीना उस रात अपने दूसरे परफॉर्मेंस के लिए मंच पर थीं. हाईवे से लगते इस नाइटक्लब में भीड़ काफी अधिक थी. संगीत तेज चल रहा था और लोग डांस का आनंद ले रहे थे. इसी दौरान अचानक शॉर्ट सर्किट हुआ और कुछ ही सेकंड में आग ने तेजी से फैलकर पूरे क्लब को अपनी चपेट में ले लिया. उसी समय एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें क्रिस्टीना मंच पर परफॉर्म कर रही हैं और अगले ही पल दर्शक अपनी जान बचाने के लिए भागते दिखाई देते हैं.

कजाखिस्तान की बेली डांसर बाल-बाल बंची

क्रिस्टीना ने बाद में मीडिया से बात करते हुए बताया कि उस समय उन्हें समझ नहीं आया कि क्या हुआ.  उन्होंने कहा कि सबकुछ अचानक हुआ. म्यूजिक बंद हो गया, धुआं दिखने लगा और मैं घबरा गई. मैं बस बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ रही थी. मेरी हाथ आज भी कांप रहा है जब मैं उस पल को याद करती हूं.लेकिन इस हादसे का सबसे भावुक हिस्सा तब सामने आया जब उन्होंने बताया कि उनकी जान बस एक सेकंड के फैसले से बच गई.

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क्रिस्टीना का कहना था कि आग लगने के तुरंत बाद उनकी पहली सोच अपने ग्रीन रूम यानी चेंजिंग रूम की तरफ जाने की थी. वह उधर चलने ही वाली थीं कि तभी उनके ही स्टाफ के एक सदस्य ने उन्हें जोर से रोक लिया. उस कर्मचारी ने कहा उधर मत जाओ, वहां आग लगी है. अगर क्रिस्टीना एक कदम और बढ़ा देतीं तो वह सीधे आग की पकड़ में आ जातीं, क्योंकि सबसे पहले आग उसी कमरे में पहुंची थी.

घर पहुंचते ही क्रिस्टीना ने बेटी को गले लगाया

भावुक होकर क्रिस्टीना कहा  मेरे लिए वह व्यक्ति किसी भारतीय देवता से कम नहीं. अगर उन्होंने मुझे रोका नहीं होता, तो शायद आज मैं जिंदा नहीं होती. क्रिस्टीना एक बच्ची की मां हैं. हादसे के बाद जब वह घर पहुंचीं और उन्होंने अपनी बेटी को गले लगाया, तो वह फफक कर रो पड़ीं. उन्होंने कहा जिंदगी का असली मतलब उस दिन समझ में आया. मैं बस शुक्रगुजार हूं कि मैं अपनी बेटी के पास वापस पहुंच सकी. 

जांच में प्रारंभिक जानकारी सामने आई है कि आग संभवतः परफॉर्मेंस के दौरान इस्तेमाल किए गए इलेक्ट्रिक फुलझड़ियों (electric firecrackers) से लगी. क्लब में जिस वक्त आग लगी, उसकी भीड़ क्षमता से काफी अधिक लोग मौजूद थे. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि क्लब ने फायर सेफ्टी मानकों का पालन नहीं किया था. न तो पर्याप्त इंतजाम थे और न ही आपातकालीन निकास दरवाजे सही से काम कर रहे थे.

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सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए क्लब से जुड़े दो अन्य प्रतिष्ठानों एक बीच शैक और दूसरा क्लब को भी सील कर दिया है. पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और फरार मालिक की तलाश की जा रही है.

पुलिस ने अब तक क्लब के कई प्रमुख कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है.

राजीव मोडक, चीफ जनरल मैनेजर

विवेक सिंह, जनरल मैनेजर

राजीव सिंघानिया, बार मैनेजर

रियान्शु ठाकुर, गेट मैनेजरइसके अलावा एक अन्य कर्मचारी को भी पकड़ा गया है. हालांकि क्लब के मालिक अब तक फरार हैं. गोवा पुलिस ने उनके खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी कर दिया है.

वीडियो में दिखाई दे रहा है कि  क्रिस्टीना मंच से नीचे उतरकर तेजी से रास्ता तलाशती दिखाई देती हैं. भीड़ भी घबराई हुई थी और बाहर निकलने की कोशिश कर रही थी. क्रिस्टीना ने बताया कि धुएं के कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. लेकिन जैसे ही उनके साथी ने उन्हें चेंजिंग रूम न जाने की चेतावनी दी, उन्होंने तुरंत बाहर का रास्ता पकड़ा और किसी तरह क्लब से बाहर निकलीं.

उन्होंने कहा यह सब कुछ सेकंड का खेल था. अगर मैं कमरे में चली जाती तो शायद जिंदा नहीं लौटती. उस स्टाफ मेंबर ने मुझे दोबारा जिंदगी दे दी. आज सोशल मीडिया पर क्रिस्टीना की गवाही सबसे ज्यादा देखी और साझा की जा रही है. लोग न सिर्फ उनकी बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं, बल्कि उस कर्मचारी की समझदारी को भी सलाम कर रहे हैं, जिसने सही समय पर सही कदम उठाया.

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हादसे ने कई परिवार उजाड़ दिए

इस आग में 26 लोगों की जान चली गई. स्टाफ, टूरिस्ट और कुछ स्थानीय लोग भी शामिल थे. अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुई, क्योंकि वे ग्राउंड फ्लोर और किचन में फंस गए थे. बाहर निकलने का रास्ता बेहद छोटा और भीड़भाड़ से भरा था. घटना के बाद पुलिस और अग्निशमन विभाग ने बताया कि अगर सुरक्षा मानकों का सही पालन किया गया होता, तो इतनी बड़ी संख्या में जानें नहीं जातीं.

हादसे से उबरते हुए क्रिस्टीना ने एक संदेश भी दिया. उन्होंने कहा लोग जिंदगी को हल्के में लेते हैं. लेकिन एक पल में सब कुछ खत्म हो सकता है. मैं बस शुक्रगुजार हूं कि मैं जिंदा हूं. उनकी कहानी आज इस हादसे में सबसे चर्चा का विषय है, क्योंकि वह मौत के बिल्कुल करीब थीं लेकिन एक चेतावनी ने उनकी जिंदगी बचा ली.

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