55 में 49 का रेस्क्यू, एक की मौत, 6 अब भी फंसे... चमोली में 'मिशन जिंदगी' जारी, PM मोदी ने CM धामी से की बात

उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन में मांड़ा गांव में 55 मजदूर दब गए. हालांकि, 49 मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया गया है. जबकि 6 अभी फंसे हुए हैं. वहीं रेस्क्यू किए 49 मजदूरों में एक की मौत भी हो गई है.

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चमोली में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू जारी चमोली में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू जारी

अंकित शर्मा

  • चमोली,
  • 01 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:25 PM IST

उत्तराखंड के चमोली में एवलांच को आए 24 घंटे से ज्यादा हो गए. अभी भी 6 मजदूर फंसे हुए हैं. 49 मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया गया है. हालांकि, रेस्क्यू किए गए 49 मजदूरों में एक की मौत भी हो गई है. बता दें कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन प्रोजेक्ट में कुल 57 लोग काम कर रहे थे, जिसमें से दो लोग छुट्टी पर थे. ये सभी एवलांच की चपेट में आ गए.  इसी बीच PM मोदी ने रेस्क्यू अभियान को लेकर CM धामी से बात की.

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फंसे मजदूरों का रेस्क्यू करने के लिए सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF की टीम ऑपरेशन कर रही है. मौसम चुनौती बना हुआ है. सेना का Mi-17 हेलिकॉप्टर स्टैंड बाय पर है. जैसे ही मौसम ठीक होता हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो जाएगा. वहीं, सीएम धामी चमोली में ग्राउंड जीरों पर पहुंच गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा ले रहे हैं.

फंसे मजदूरों को निकालने के लिए जारी है रेस्क्यू अभियान

बचाव अभियान की जानकारी अपडेट करते हुए उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. चमोली जिले के ऊंचाई वाले गांव मांड़ा में हिमस्खलन के कारण फंसे कुल 55 बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन) श्रमिकों में से 49 का रेस्क्यू कर लिया गया है. 14 मजदूरों को शनिवार सुबह निकाला गया. जबकि 6 मजदूर अभी फंसे हुए हैं. हालांकि, रेस्क्यू किए गए मजदूरों में एक की मौत भी हो गई है. एवलांच शुक्रवार सुबह 6:30 के करीब आया था.

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गंभीर रूप से घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय में कराया गया भर्ती

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मांड़ा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. गंभीर रूप से घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, जोशीमठ में उपचार हेतु भेज दिया गया है.

यह भी पढ़ें: माणा एवलांच: 6 फीट बर्फ के नीचे 22 मजदूरों की तलाश, चमोली समेत 3 जिलों में भारी बर्फबारी का अलर्ट

इन राज्यों के हैं मजदूर

उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी सूची के अनुसार फंसे हुए मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर सहित अन्य राज्यों से हैं. 

 

 

 

 

ऋषिकेष-बद्रीनाथ हाइवे पर भी गिरा पहाड़ों का मलबा

कर्णप्रयाग के पास ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे पर भी पहाड़ों का मलबा गिर गया. जिससे ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे अवरुद्ध हो गया है.  इसका वीडियो भी सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता है कि रास्ते पर बड़े-बड़े पत्थर गिरे हुए हैं. हालांकि, पत्थरों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.

एक मजदूर की हुई मौत

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देहरादून रक्षा पीआरओ की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि आइबेक्स ब्रिगेड की बचाव टीम के नेतृत्व में बचाव अभियान अभी चल रहा है. सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल 06 हेलीकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है. हेलीकॉप्टरों में भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना द्वारा किराए पर लिया गया एक नागरिक हेलीकॉप्टर शामिल है.

अभी तक 49 में से 23 व्यक्तियों को जोशीमठ पहुंचाया जा चुका है. दुर्भाग्य से एक घायल मजदूर की मृत्यु की पुष्टि हुई है. वहीं, एक मजदूर की हालत गंभीर है. शेष 6 मजदूरों को बचाने के लिए सेना द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
 

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