राजस्थान के पंचायत चुनाव में कांग्रेस का बजा डंका, 4 में से 3 जिला प्रमुख सीट पर मिली जीत

कांग्रेस ने 4 में से तीन ज़िला प्रमुख और 30 में से 19 प्रधान पदों पर कब्जा जमाया है. बता दें कि राजस्थान में अभी कांग्रेस की ही सरकार है. बीजेपी को पंचायत चुनाव में करार झटका लगा है.

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शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 23 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 12:06 AM IST
  • राजस्थान पंचायत चुनाव में कांग्रेस का शानदार प्रदर्शन
  • 4 में से तीन जिला प्रमुख सीट पर कब्जा, बीजेपी को कोटा में मिली जीत

राजस्थान में हुए पंचायत चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस का डंका बजा है. कांग्रेस ने 4 में से तीन ज़िला प्रमुख और 30 में से 19 प्रधान पदों पर कब्जा जमाया है. बता दें कि राजस्थान में अभी कांग्रेस की ही सरकार है. बीजेपी को पंचायत चुनाव में करार झटका लगा है.

पंचायत चुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी गदगद हो गए हैं और इसके लिए जनता का आभार जताया है.

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उन्होंने ट्वीट कर कहा,  '4 जिलों में हुए पंचायतीराज चुनावों में 4 में से 3 जिला परिषदों में  जिला प्रमुख और 30 में से 19 पंचायत समितियों में प्रधान कांग्रेस के बने हैं. यह जनता के कांग्रेस सरकार पर भरोसे का प्रतीक है. सभी नवनिर्वाचित जिला प्रमुखों और प्रधानों को बधाई एवं शुभकामनाएं तथा जनता का आभार.'

बीजेपी को सिर्फ 1 सीट

इस पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने बड़ा उलट फेर करते हुए चार में से तीन ज़िलों में अपना जिला प्रमुख बना लिया है जबकि BJP को केवल कोटा में जिला प्रमुख का पद मिला है.

बारां में BJP को बढ़त होने के बावजूद एक वोट के क्रॉस वोटिंग की वजह से कांग्रेस के उम्मीदवार और मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन जिला प्रमुख बन गई है.

कोटा में बीजेपी के मुकेश मेघवाल ज़िला प्रमुख बने हैं. करौली में शिमला बैरवा निर्विरोध ज़िला प्रमुख बनीं तो श्री गंगानगर में एआईसीसी के सचिव और मध्यप्रदेश के सहप्रभारी कुलदीप इंदौरा ज़िला प्रमुख बने हैं. 

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श्री गंगानगर के नौ में से आठ सीटों पर कांग्रेस के प्रधान और एक पर निर्दलीय प्रत्याशी प्रधान चुना गया है. यहां बीजेपी का खाता भी नहीं खुला पाया. 30 पंचायत समिति में से 19 पर कांग्रेस ने अपना प्रधान बनाकर बीजेपी को करारा झटका दिया है. 

जिला प्रमुख सीट हारने पर भड़के बीजेपी कार्यकर्ता

एक प्रधान निर्दलीय चुना गया है  जबकि बीजेपी के 10 में से दो प्रधान लॉटरी के जरिए बने हैं. बारां ज़िला प्रमुख के पद पर बीजेपी के पास ज़्यादा वोट होने के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार के एक वोट से हारने पर बारांझालावाड़ के सांसद दुष्यंत सिंह के दफ़्तर और अस्थायी निवास पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ही जमकर पत्थरबाज़ी की. 

सांसद के कार्यालय की तरफ से बीजेपी के 6 कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है. वहीं ग्रामीण विकास मंत्री रमेश मीणा के यहां भी जमकर हंगामा हुआ.

मंत्री की तरफ़ से तीन वोटरों के अपहरण का मुक़दमा दर्ज करवाया गया है. एक वोट रद्द भी हुआ जिसके बाद दोनों प्रत्याशियों के वोट बराबर होने पर लॉटरी में बीजेपी की उम्मीदवार कमला मीणा जीत गईं.

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