अलवर में नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में राजस्थान सरकार ने कहा है कि अगर पीड़ित परिवार चाहे तो वह अलवर मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए तैयार है. बता दें कि लड़की के मामा ने इस मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग की थी. वहीं सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर मामले को लेकर राजनीतिक रोटियां सेकने का आरोप लगाया है. सीएम ने कहा कि बलात्कार की बात से परिवारवालों पर क्या बीतती है, इसकी चिंता किए बगैर अलवर गैंगरेप मामले में भाजपा की ओर से राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए ऐसा घिनौना प्रचार किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है. राज्य की पुलिस मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कर रही है.
गहलोत ने कहा कि वह सरकार की नियत है कि इस मामले में स्वतंत्र जांच हो ताकि घटना की वास्तविकता सामने आए. गहलोत ने कहा कि अगर फिर भी परिजन किसी स्पेशल अधिकारी या CID, क्राइम ब्रांच, एसओजी अथवा CBI से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे तो प्रदेश सरकार इसके लिए भी तैयार है. सरकार की नीयत स्पष्ट है कि इस मामले में स्वतंत्र अनुसंधान हो एवं इस घटना की वास्तविकता सामने आए.
इससे पहले अलवर बलात्कार मामले में लड़की की बहन ने आजतक से बातचीत की और पूछा कि इस मामले में पुलिस का बयान कैसे बदल गया? उधर, दो दिन तक पहले तक जो डॉक्टर कहते थे कि भगवान न करे कि किसी बच्ची के साथ ऐसा हो, उनका रूख भी बदला नजर आया. उन्होंने कहा कि यह हादसा भी हो सकता है.
उधर, जयपुर के जेके लोन अस्पताल में अलवर की 15 साल की नाबालिग का इलाज चल रहा है. पुलिस ने अस्पताल को छावनी बना दिया है. बच्ची के मां-बाप को किसे से मिलने की इजाजत नहीं है. मगर फोन पर बात करने या कोई नेता मिलने जाता है तो पीड़िता का मां सभी से एक ही बात कहती है कि मेरी बेटी को इंसाफ दिला दो. मैं अपनी बेटी को जानती हूं, उसके साथ कुछ गलत हुआ है. बेटी बोलती नहीं है, मगर मैं उसकी जुबान समझती हूं, जब भी कुछ जानना चाहती हूं, वह रोने लगती है. उधर, पीड़िता की मां से मिलकर आई महिला विधायक ने कहा कि बच्ची और उसके परिवार को इंसाफ दिलवाना है.
पीड़िता का हालचाल लेने पहुंचे खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से जब पूछा गया कि पीड़िता की मां कह रही है कि सरकार छुपा रही है तो मंत्री ने कहा कि नहीं परिवार संतुष्ट है. महिला विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि पुलिस अपराधियों के करीब पहुंच गई है.
मंगलवार यानी 11 जनवरी को अलवर में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की हैरान कर देने वाली घटना हुई थी. आरोपियों ने मानसिक रूप से कमजोर बच्ची उठाया और उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया. बच्ची को आरोपी बेहोशी की हालत में पुलिया पर फेककर फरार हो गए. स्थानीय लोगों की मदद से पीड़ित बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया. बताया जा रहा है कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था उसकी हालत गंभीर थी. पीड़िता अस्पताल में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का दावा कर रही है, लेकिन घटना के 5 दिन बाद भी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
महिला विकास मंत्री ने कहा था- अकेले सरकार कुछ नहीं कर सकती
14 जनवरी को राजस्थान की महिला विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि- दरिंदे हमारे बीच छिपे हैं. उन्होंने कहा कि कोई तिलक नहीं लगा है कि कौन दरिंदा है. क्या पता कौन इस रूप में दरिंदा बन जाता है. बालिकाओं की इज़्ज़त के प्रति और सकारात्मक पारिवारिक माहौल बनाना होगा. सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती. उधर, भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा, "राजस्थान में बलात्कार के कई मामले सामने आए हैं लेकिन अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में व्याप्त अराजकता पर कोई कार्रवाई नहीं की है."
शुक्रवार को संबित पात्रा ने प्रियंका से पूछा था सवाल...
अलवर में मूक-बधिर लड़की से गैंगरेप पर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को प्रियंका गांधी पर निशाना साधा था. उन्होंने प्रियंका गांधी से पूछा था कि लवर में एक 15-16 साल की दिव्यांग लकड़ी के साथ दुर्व्यवहार होता है, एक गाड़ी खून से लथपथ उस लड़की को सड़क पर छोड़कर जाती है, आज वो बेटी आईसीयू में अपने जीवन से लड़ रही है...
- क्या प्रियंका जी उस पीड़िता से मिलीं? उस पीड़िता के घर वे गईं क्या?
- क्या उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री से इस संदर्भ में रिपोर्ट मांगी?
संबित ने ये भी कहा था कि जब अलवर में ये घटना हो रही थी तब प्रियंका गांधी रणथंभौर में राबर्ट वाड्रा के साथ जन्मदिन मना रही थी. उन्होंने कहा कि जब भाजपा के नेताओं को पता चला कि प्रियंका गांधी राजस्थान में हैं तो भाजपा नेताओं ने प्रियंका से मुलाकात करने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने यह कहकर मिलने नहीं दिया कि प्रियंका गांधी अपना जन्मदिन मना रही हैं.
शरत कुमार