पंजाब के संगरूर जिले में स्थित सांत लोंगोवाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में एक छात्रा के साथ हुई कथित वारदात ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सोशल मीडिया पर मामला सामने आने के बाद पंजाब राज्य महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जिला पुलिस प्रमुख से 48 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी.
मामला सोशल मीडिया पर तब सामने आया जब एक यूजर ने पोस्ट कर बताया कि SLIET कैंपस के हॉस्टल में एक छात्रा के निजी अंगों पर साथी छात्रों ने वार किया है. पोस्ट में यह भी आरोप लगाया गया कि घटना बेहद गंभीर होने के बावजूद संस्थान प्रबंधन इसे दबाने की कोशिश कर रहा है. इसके साथ ही छात्रों के विरोध प्रदर्शन का वीडियो भी साझा किया गया. पोस्ट में पंजाब के डीजीपी और महिला आयोग को टैग किया गया था, जिसके बाद महिला आयोग तुरंत सक्रिय हुआ.
छात्रा के प्राइवेट पार्ट पर हमला
महिला आयोग ने पंजाब राज्य महिला आयोग अधिनियम 2001 की धारा 12 का हवाला देते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों से जुड़े मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है. आयोग ने निर्देश दिया कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुरंत कार्रवाई करे और की गई कार्रवाई की रिपोर्ट चार दिसंबर तक आयोग की आधिकारिक ईमेल पर भेजी जाए.
सोशल मीडिया पोस्ट में बताया गया कि घटना 12 नवंबर की है, जबकि इसकी जानकारी 15 नवंबर को एक्स पर साझा की गई थी. आयोग द्वारा जारी नोटिस में छात्रों द्वारा साझा किया गया संदेश और हॉस्टल न्यूज़ लेटर भी शामिल था. इन दस्तावेजों में छात्रों ने हॉस्टल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं.
पुलिस ने जांच शुरू की
घटना सामने आने के बाद छात्रों ने परिसर में विरोध दर्ज कराया और आरोप लगाया कि संस्थान प्रबंधन सुरक्षा की अनदेखी कर रहा है. वहीं महिला आयोग ने साफ कर दिया है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पूरे मामले की सख्ती से जांच होगी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और छात्रों तथा प्रबंधन से जानकारी जुटाई जा रही है. आयोग का कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अमन भारद्वाज