पंजाब में विनाशकारी बाढ़ के बीच, सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने अपनी ही पार्टी और प्रशासन पर निशाना साधा है. विधायक ने एक सीनियर आईएएस अधिकारी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने नदियों की सफाई और गाद निकालने की उनकी गुजारिश पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उनके निर्वाचन क्षेत्र में कई गांव डूब गए. उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से उस अधिकारी को हटाने की मांग की है.
हरमीत सिंह ने अपनी ही पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर आरोप लगाया कि वह प्रशासन को ठीक करने के बजाय पंजाब के विधायकों को 'दबाने' की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पंजाब विधानसभा में यह मुद्दा कई बार उठाया और मुख्य सचिव (जल संसाधन) कृष्ण कुमार से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात भी की, लेकिन 'एक भी सार्थक कदम नहीं उठाया गया.'
अधिकारी को हटाने की मांग...
AAP नेता हरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कृष्ण कुमार को तुरंत उनके पद से हटाने की गुजारिश किया. उन्होंने कहा कि पिछले साल गेहूं की कटाई के वक्त भी उन्होंने विभाग से नहरों में पानी न छोड़ने का आग्रह किया था, लेकिन कृष्ण कुमार ने इस अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ. विधायक ने कहा कि वह अपने लोगों के लिए बोल रहे हैं, भले ही इसके लिए उन्हें पार्टी से निलंबन या कोई सजा मिले.
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सुरक्षा वापस ली गई...
हरमीत सिंह पठानमाजरा ने सोमवार को दावा किया कि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस कार्रवाई की आशंका थी. उन्होंने कहा, "दिल्ली के नेताओं (AAP) को लगता है कि वे मुझे सतर्कता (कार्रवाई) या एफआईआर से डरा सकते हैं, लेकिन मैं कभी नहीं झुकूंगा. मैं अपने लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहूंगा."
उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से 'हाई-कमान के दबाव' से ऊपर उठने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी कहा, "पूरा पंजाब आपके साथ खड़ा है."
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