पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को पटियाला और फतेहगढ़ साहिब जिलों में तीन निर्माणाधीन सड़कों का औचक निरीक्षण किया. जांच के दौरान पटियाला के रीतखेड़ी लिंक रोड पर मानकों की अनदेखी और निर्माण में खामियां पाए जाने पर मुख्यमंत्री ने ठेकेदार के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने और उसकी सभी अदायगियां तुरंत रोकने के आदेश दिए. उन्होंने सड़क के नमूने लेकर गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों को मामले में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनका यह दौरा पूरे प्रदेश में सड़क निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के व्यापक अभियान का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि सरकार जनता के पैसे से बड़ा प्रोजेक्ट चला रही है, इसलिए हर सड़क उच्च मानकों के अनुसार बननी चाहिए. सीएम मान ने पटियाला-सरहिंद रोड और फतेहगढ़ साहिब के रुड़की-रिउंणा पलैन रोड का भी निरीक्षण किया और नमूनों की लैब जांच कराने को कहा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 16,209 करोड़ रुपये की कुल लागत से 44,920 किलोमीटर सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जो पंजाब के इतिहास का सबसे बड़ा सड़क निर्माण प्रोजेक्ट है. उन्होंने बताया कि इन सभी सड़कों में पांच साल की अनिवार्य मेंटेनेंस शर्त जोड़ी गई है, ताकि सड़कें लंबे समय तक सुरक्षित और मजबूत बनी रहें. साथ ही नई सड़कों पर विश्व स्तरीय सुरक्षा संकेत, धारियां और किनारों के निशान भी सुनिश्चित किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से हुए भारी नुकसान के बाद कई क्षेत्रों में सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई थीं, इसलिए सरकार ने ग्रामीण लिंक सड़कों सहित सभी प्रोजेक्टों को तेज़ी से आगे बढ़ाया है. उन्होंने बताया कि 4,092 करोड़ की लागत से 19,373 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण पहले से जारी है.
जनता से अपील करते हुए मान ने कहा कि लोग अपने क्षेत्रों में सड़क निर्माण की निगरानी करें और किसी भी अनियमितता की सूचना सीधे सरकार को दें. उन्होंने चेतावनी दी कि मानकों से समझौता करने वाले ठेकेदारों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके फ्लाइंग स्क्वायड द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है और कई शिकायतों के बाद कुछ ठेके रद्द भी किए गए हैं.
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